
उटांगन नदी में मूर्ति विसर्जन के दौरान 12 लोगों की मौत के विरोध में समान अधिकार पार्टी जिला युवा मोर्चा ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसे एसडीएम विनोद कुमार ने प्राप्त किया।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने कहा कि 2 अक्टूबर को उटांगन नदी में हुए हादसे के पीछे केवल दुर्घटना नहीं, बल्कि “अवैध खनन माफियाओं और अधिकारियों की मिलीभगत से हुई हत्या” है। उन्होंने कहा कि नदी में बने 25 फीट गहरे गड्ढे, जिनमें लोग समा गए, खनन माफियाओं के अवैध खनन का परिणाम हैं।
उन्होंने मांग की कि —
“शासन स्तर से उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषी खनन माफियाओं और उन्हें संरक्षण देने वाले भ्रष्ट अधिकारियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, और 12 लोगों की हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए।”
🔥 “अभी तो ली अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है”
प्रदर्शन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की —
“खनन माफियाओं को गिरफ्तार करो!”, “भ्रष्टाचारियों को सजा दो!”, “समान अधिकार पार्टी जिंदाबाद!”
युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष आशीष गौतम ने कहा कि यह हादसा नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और खनन माफियाओं के गठजोड़ की साजिश है।
“12 परिवारों के लाल अब इस दुनिया में नहीं हैं। जब तक दोषियों को सजा और मृतकों के परिवारों को न्याय नहीं मिलेगा, युवा मोर्चा सड़कों पर संघर्ष करता रहेगा।”
महामंत्री प्रीति शर्मा ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि —
“इतनी बड़ी घटना के बाद भी न किसी अधिकारी पर कार्रवाई हुई, न ही पीड़ित परिवारों को मुआवजा मिला। शासन अगर चुप बैठा रहा, तो पार्टी बड़ा आंदोलन करेगी।”
महानगर अध्यक्ष समोद कुमार पचौरी ने चेतावनी दी कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अब निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी।
वरिष्ठ नेता देवेंद्र दुबे ने कहा कि —
“यह अकेला मामला नहीं है, पूरा जिला भ्रष्टाचार की गिरफ्त में है। खैरागढ़ से लेकर मलपुरा और सैया तक रात-दिन अवैध खनन जारी है।”
ज्ञापन में प्रमुख मांगें:
- उटांगन नदी हादसे की न्यायिक जांच कराई जाए।
- अवैध खनन में शामिल माफियाओं और अधिकारियों को गिरफ्तार किया जाए।
- मृतकों के परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए।
- मलपुरा और सैया थाना क्षेत्रों में अवैध खनन पूरी तरह रोका जाए।
प्रदर्शन में आशीष गौतम (जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा), सौरभ मुद्गल, मनोज गुप्ता, अखिल शर्मा, प्रीति शर्मा, सुबोध शर्मा, समोद कुमार पचौरी, देवेंद्र दुबे, गौरव शर्मा, बन्नू लाल दिवाकर, डॉ. पाठक, विजय सरीन सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।