
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक विषयों पर अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर उन्होंने मेहंदी में तलवार नामक पुस्तक का विमोचन किया, जिसे हेमंत सिंह राजपूत ने लिखा है। इसके अलावा अखिलेश को एक और पुस्तक पहला गिरमिटिया भी भेंट की गई।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने विभिन्न राजनीतिक हलचलों पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि चौधरी अमर सिंह ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन की है। इससे पहले चौधरी अमर सिंह अपना दल सोनेलाल से विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा बीएसपी छोड़कर विद्यासागर और सुधीर चौहान जैसे नेता भी सपा में शामिल हो रहे हैं।
अखिलेश यादव ने किसानों, आर्थिक हालात और सरकार की नीतियों पर भी कई मुद्दों को उठाया:
किसानों की सुरक्षा और उनके अधिकार: “नोएडा में तमाम देशों के लोग कारोबार कर रहे हैं, लेकिन अगर किसानों के साथ धोखा होता है तो यह विकास का रास्ता नहीं हो सकता। भविष्य में किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए समाजवादी पार्टी साथ है।”
अंतरराष्ट्रीय व्यापार और टैरिफ: “अमेरिका ने अभी टैरिफ लगाया है, सरकार को कारोबार को नुकसान से बचाने के लिए आगे आना चाहिए।”
स्वास्थ्य और औद्योगिक प्रभाव: “वाराणसी में एनटीपीसी के प्लांट के कारण बड़ी आबादी प्रभावित है। स्वास्थ्य से जुड़े सवालों का जवाब सरकार के पास नहीं है।”
महंगाई और GST: “सरकार केवल काम नहीं कर रही बल्कि जनता को लूटने का खेल खेल रही है। जब तक मुनाफा कम नहीं होगा, महंगाई नहीं कम हो सकती।”
नशा और अपराध: “एयरपोर्ट पर 2 माह में 44 करोड़ का गांजा पकड़ा गया।”
दाम बांधो नीति: “डॉ. लोहिया और नेताजी ने दाम बांधो नीति पर बात रखी थी। 2027 में सरकार बनने के बाद इसे लागू कर चीजों को सस्ता करेंगे।”
जातिगत मुद्दे: “जाति हमारा पहला इमोशनल कनेक्ट है। बाबा साहब ने संविधान में आरक्षण जाति के हिसाब से दिया।”
राजनीतिक चेतावनी: “भाजपा के लोग PDA और बहुजन समाज की एकता से घबराए हुए हैं।”
अखिलेश यादव ने अपने बयान में यह साफ किया कि समाजवादी पार्टी किसानों, आम जनता और बहुजन समाज के हितों के लिए प्रतिबद्ध है और आने वाले समय में सरकार बनने पर उन्होंने कई योजनाओं के क्रियान्वयन का वादा किया।