श्री दिगम्बर जैन मंदिर गांव सुनपुरा में संस्थानम् अभय दानम् के गुरुकुल का शुभारम्भ
अभय जैन । ग्रेटर नोएडा ।। जैन धर्म में जीवदया और प्राकृत भाषा का विशेष महत्व है। बदलते परिवेश में आज नौनिहालों को अपनी प्राचीन प्राकृत भाषा, जीवदया (अहिंसा) और प्राचीन शास्त्रों का ज्ञान देने के उद्देश्य से ग्रेटर नोएडा (वेस्ट) के गांव सुनपुरा में संस्थानम् अभय दानम् गुरुकुल पाठशाला का शुभारम्भ किया गया है।
पाठशाला में नौनिहालों को नैतिक शिक्षा के साथ-साथ कई अन्य विधाएं भी सिखाई जा रही हैं। प्राचीन शास्त्रों का ज्ञान कराने के उद्देश्य से छात्रों को प्रारंभ से ही प्राकृत भाषा की प्राथमिक पुस्तक ‘पाए सिक्खा’ की सहायता से प्राकृत भाषा का ज्ञान दिया जा रहा है।
इसी के साथ ही बच्चों को नैतिक शिक्षा का ज्ञान देने और उनके बौद्धिक विकास के लिए ‘बाल-बोध पुस्तक’ का भी अध्ययन कराया जा रहा है। कुछ ही दिनों में 20 से अधिक बच्चों ने गुरुकुल में प्रवेश लिया है और विद्यार्थियों की संख्या में प्रतिदिन वृद्धि हो रही है।
जल्द ही यहां पर प्राचीन भारतीय शिक्षा पद्धति के अनुरूप गुरुकुल को और अधिक भव्य रूप देने की योजना है।
संस्थानम् अभय दानम् के संस्थापक गौरव जैन ने अमर भारती संवाददाता से बातचीत में बताया कि गुरुकुल में विद्यार्थियों को प्राचीन प्राकृत भाषा के ज्ञान के साथ-साथ बचपन से ही जीवदया के संस्कार देने हेतु पूर्णरूप से जैन विधि से निर्मित शुद्ध शाकाहारी जैविक (जैन वीगन आर्गेनिक) भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
गौरव जैन ने बताया कि नौनिहालों में जीवदया एवं करूणा के भावों को जागृत करने के उद्देश्य से यहां चल रहे अभय दानम् पशु-पक्षी प्राथमिक चिकित्सालय में विद्यार्थियों को निरीह पशु-पक्षियों के प्राथमिक चिकित्सकीय उपचार का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।