भारत के पास एक स्वर्ण पदक के बाद दो रजत पदक
नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक्स में शानदार प्रदर्शन की यादों से गुज़र रहे भारत को केन्या में हो रहे विश्व अंडर 20 से भी जीत की ख़बरें मिल रही हैं। दरअसल मौजूदा वक्त में भारत केन्या में चल रहे विश्व अंडर 20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपना प्रदर्शन दिखाने के लिए गया है। जहां बीते रविवार 23 अगस्त को भारत ने एक और रदक अपने नाम किया। भारत को उसका तीसरा पदक (दूसरा रजत पदक) दिलाने वाली शैली सिंह ने विश्व अंडर 20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लंबी कूद प्रतियोगिता में 6.59 मीटर की छलांग लगाई।
झांसी की रहने वाली है शैली सिंह
लंबी कूद प्रतियोगिता में दूसरा स्थान पाने वाली शैली सिंह झांसी की रहने वाली है। शैली की मां विनीता सिंह सिंगल मदर हैं। शैली की मां ने शैली समेत तीन बेटियों को अकेले पाला है। शैली अपने परिवार की पहली खिलाड़ी हैं, जिन्होंने खेलों को अपनाया। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद ट्रैक एंड फील्ड में करियर बनाने को प्रोत्साहित करने के लिए शैली अपनी मां को धन्यवाद देती हैं। शैली सिंह की यह संघर्षों से शुरू कहानी सुनने लायक है। कि किस तरह से एक सिलाई करने वाली ने एक संघर्षरत बेटी के सपनों को बुना।
इतिहास रचने से चूक गई शैली
भारत को दूसरा रजत दिलाने वाली शैली सिंह एक सेंटिमीटर से अपने स्वर्ण पदक और इतिहास रचने से चूक गई। स्वीडन की मौजूदा यूरोपीय जूनियर चैंपियन माजा अस्काग ने 6.60 मीटर के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
अब तक तीन पदक जीत चुका है भारत
मौजूदा सत्र में इससे पहले मिश्रित चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ने बुधवार को कांस्य पदक जीता, जबकि पैदल चाल खिलाड़ी अमित खत्री ने 10,000 मीटर स्पर्धा में रजत पदक जीता था। जिसके बाद अब शैली सिंह के इस रजत पदक के बाद भारत के पास कुल तीन पदक हो गए हैं।