#उ0प्र0 हिन्दी संस्थान हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार के अतिरिक्त साहित्यकारों के कल्याण हेतु अनेक योजनायें संचालित करता है।
संस्थान आर्थिक रूप से विपन्न साहित्यकारों को साहित्यकार कल्याण कोष योजना अन्तर्गत आर्थिक सहायता तथा प्रकाशन अनुदान योजना अन्तर्गत रचनाकारों को उनकी पाण्डुलिपि के मुद्रण/प्रकाशन हेतु प्रकाशन अनुदान करता है।
आर्थिक साहयता
यह जानकारी अपर जिलाधिकारी (नगर) ने देते हुए बताया कि साहित्यकार कल्याण कोष योजनान्तर्गत अधिकतम 50 हजार अनावर्तक आर्थिक साहयता एवं प्रकाशन अनुदान योजनान्तर्गत कुल प्रकाशन पर होने वाले व्यय का तीन चौथाई भाग, जो रू0 30 हजार से अधिक नहीं होगा।
आवेदन
उनकी पाण्डुलिपि के मुद्रण/प्रकाशन हेतु प्रकाशन अनुदान प्रदान किया जाता है। उन्होंने इच्छुक साहित्यकारों/रचनाकारों से शीघ्र ही आवेदन करने का आग्रह किया है।