नई दिल्ली: हैदराबाद के निकाय चुनाव इस बार काफी दिलचस्प होने वाले हैं. इस चुनाव में प्रचार करने के लिए गृहमंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हैदराबाद का दौरा करेंगे. दरअसल, हैदराबाद को AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का गढ़ माना जाता है और बीजेपी अब ओवैसी के गढ़ में सेंध लगाने की फिराक में है.
इसके मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कई दिग्गज नेता हैदराबाद नगर निगम के चुनाव के लिए प्रचार करने वाले हैं.
एक दिसंबर को ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के 150 वार्डों के लिए चुनाव होने वाले हैं. यहां के चुनाव प्रचार के लिए बीजेपी अपने दिग्गज नेताओं की फौज को उतारने की तैयारी में है. गृहमंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हैदराबाद का दौरा करेंगे और हैदराबाद के निकाय चुनाव के लिए प्रचार करेंगे.
योगी भी करेंगे प्रचार
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस चुनाव के लिए प्रचार करेंगे. योगी आदित्यनाथ बीजेपी के स्टार प्रचारकों में से एक हैं. योगी आदित्यनाथ को बीजेपी में उस नेता के तौर पर देखा जाता है, जो आसानी से लोगों की भीड़ को अपनी ओर आकर्षित कर सकता है.
हाल ही में संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव में भी इसका उदाहरण देखने को मिला था. वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी इस चुनाव में प्रचार करती हुईं देखी जा सकती हैं.
गढ़ पर कब्जा जमाने की कोशिश
वहीं दूसरी तरफ अब बीजेपी का फोकस हैदराबाद की तरफ देखने को मिल रहा है. यूं तो नगर निगम के चुनाव स्थानीय चुनाव के तौर पर देखे जाते हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) हैदराबाद में होने वाले इस स्थानीय चुनाव के जरिए असदुद्दीन ओवैसी के गढ़ पर कब्जा जमाने की कोशिश में हैं.
दरअसल, हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव में ओवैसी ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे थे. इसके साथ ही ओवैसी अपनी पार्टी के उम्मीदवार पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भी उतारने का ऐलान कर चुके हैं.
जिससे बीजेपी को भी थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में बीजेपी ओवैसी के गढ़ में उनके आधार को कमजोर करने की कोशिश में जुट गई है.