पूर्व आईएएस अरविंद शर्मा ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है । बताया जा रहा है की यह पीएम के सबसे करीबी में से एक अधिकारी है । अरविंद शर्मा ने भाजपा की सदस्यता लेते समय बोले की “मैं मऊ के एक पिछड़े गांव का हूं, पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसका निर्वहन करुंगा, कल रात मुझे कहा गया कि आपको भाजपा की सदस्यता लेनी है। इस लिए मै अपनी जिम्मेदारीयों को भली-भाती निभाऊंगा।
बता दें की प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने वाले गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा ने आज भाजपा की सदस्यता ली। लखनऊ में यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने उन्हें भाजपा में शामिल कराया। अरविंद शर्मा ने हाल ही में वीआरएस लिया है और अब उन्हें यूपी में बड़ी जिम्मेदारी मिलने की चर्चा है। एमएलसी चुनावों में उन्हें उम्मीदवार भी बनाया जा सकता है।
एके शर्मा की PM मोदी के करीबी अफसरों में रही है गिनती
बता दें कि एके शर्मा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी अफसरों में गिनती रही है। अरविंद शर्मा ने पीएम मोदी के साथ सीएमओ से पीएमओ तक काम किया है। जब नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे, तब अरविंद शर्मा ने 2001 से लेकर 2013 तक उनके साथ मुख्यथमंत्री कार्यालय में काम किया। इसके बाद जब मोदी पीएम बने तो वह अरविंद कुमार शर्मा को अपने साथ पीएमओ लेकर आ गए। 2014 में वह पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर रहे।
इसके बाद उन्हें प्रमोशन मिला और वह सचिव बने। कोरोना संकट काल में सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम (एमएसएमई) की स्थिति काफी खराब हुई तो पीएम मोदी ने अरविंद कुमार शर्मा पर ही विश्वास जताया। पीएम ने शर्मा को एमएसएमई मंत्रालय में सचिव के पद पर भेजा।
शर्मा को भाजपा विधान परिषद के चुनाव में मैदान में उतार सकती है
अरविंद शर्मा प्रदेश के मऊ जिले के मूल निवासी हैं। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा चल रही है कि शर्मा को भाजपा विधान परिषद के चुनाव में मैदान में उतार सकती है। चुनाव जीतने के बाद उन्हें सरकार में किसी महत्वपूर्ण पद पर जगह मिलने की भी अटकले हैं। सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी के पसंदीदा अफसर अरविंद शर्मा को योगी सरकार में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। उत्तरप्रदेश की 12 विधान परिषद सीटों के लिए 28 जनवरी को मतदान होना है और नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 18 जनवरी है।
भाजपा ने अब तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। वहीं, समाजवादी पार्टी बुधवार को अपने दो प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। शर्मा विधान परिषद चुनाव लड़ेंगे या नहीं इस पर पार्टी का कोई भी नेता बोलने को तैयार नहीं है।