अपर पुलिस अधीक्षक नगर ने कोतवाली देहात का किया अर्धवार्षिक निरीक्षण, चौकीदारों को वितरित किए कंबल


बहराइच। कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से अपर पुलिस अधीक्षक नगर अशोक कुमार सिंह ने शनिवार को थाना कोतवाली देहात का अर्धवार्षिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा उन्हें सलामी दी गई, जिसके बाद उन्होंने थाना परिसर का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया।
अपर पुलिस अधीक्षक नगर ने थाना भवन, आरक्षी एवं महिला आरक्षी बैरक तथा आवासीय व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए साफ-सफाई बनाए रखने और आवश्यक मरम्मत व रख-रखाव कार्य समयबद्ध रूप से पूर्ण कराने के निर्देश दिए। थाना कार्यालय में रखे अभिलेखों व रजिस्टरों की जांच के साथ विवेचना कक्ष, महिला हेल्प डेस्क, मालखाना, हवालात, मेस और सीसीटीएनएस शाखा का भी विस्तार से निरीक्षण किया गया।
महिला हेल्प डेस्क पर प्राप्त प्रार्थना पत्रों को विधिवत रजिस्टर में दर्ज कर त्वरित एवं संवेदनशील कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश प्रभारी निरीक्षक को दिए गए। साथ ही महिला आगंतुकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पेयजल, शौचालय और बैठने की समुचित व्यवस्था बनाए रखने पर विशेष जोर दिया गया।
मालखाना निरीक्षण के दौरान शस्त्र-अस्त्र, एम्यूनिशन और अन्य सरकारी संपत्तियों की गहन जांच की गई। एक्सपायरी एम्यूनिशन को नियमानुसार बदलवाने, शस्त्रों की हिस्ट्री शीट अद्यतन रखने और मालखाना अभिलेखों को सुव्यवस्थित रखने के निर्देश दिए गए। थाना परिसर में जब्त खड़े वाहनों का निरीक्षण कर उनके निस्तारण से संबंधित वैधानिक कार्रवाई शीघ्र पूर्ण कराने को भी कहा गया।
निरीक्षण के दौरान लंबित विवेचनाओं की समीक्षा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक नगर ने प्रभारी निरीक्षक एवं समस्त उपनिरीक्षकों को मामलों का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। गंभीर अपराधों में प्रभावी प्रगति लाने और पुराने लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने पर विशेष बल दिया गया।
निरीक्षण के उपरांत शीत ऋतु को ध्यान में रखते हुए थाना क्षेत्र के चौकीदारों को कंबल वितरित किए गए। इस अवसर पर उन्होंने चौकीदारों से अपने कर्तव्यों का निष्ठा, सतर्कता और ईमानदारी से निर्वहन करने का आह्वान किया। अंत में थाना परिसर की साफ-सफाई, अनुशासन, सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए तथा पाई गई कमियों को शीघ्र दूर करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को दिए गए।