
लखीमपुर खीरी। भगवानदीन आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, लखीमपुर खीरी में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेई जी की जयंती एवं जन्म शताब्दी वर्ष के समापन समारोह का शासन के निर्देशानुसार सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर गीता शुक्ला ने की।
कार्यक्रम का संचालन नोडल प्रभारी एवं अर्थशास्त्र विभाग की सहायक आचार्य वीना चौरसिया तथा अंग्रेजी विभाग की सहायक आचार्य डॉ. राखी चौहान द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की शिक्षिकाएं डॉ. सुरचना त्रिवेदी, श्रीमती शिवांगी सक्सेना एवं डॉ. प्रीती सिंह उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्कृत विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुरचना त्रिवेदी ने अटल बिहारी वाजपेई जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनकी कविताएं आशावाद का प्रतीक हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिंदी में दिया गया उनका भाषण भाषा और राष्ट्र के प्रति उनके गहरे प्रेम को दर्शाता है। वे एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी, प्रखर वक्ता और दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्या प्रो. गीता शुक्ला ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के ऐसे नेता थे, जिन्होंने अपने विचारों, व्यवहार और कार्यों से देश को नई दिशा दी। वे तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे और सदैव जनहित को सर्वोपरि रखा। अटल जी केवल एक सफल राजनेता ही नहीं, बल्कि प्रखर वक्ता, संवेदनशील कवि, विचारशील लेखक और सच्चे राष्ट्रभक्त भी थे। उन्होंने राजनीति को सेवा का माध्यम माना और सुशासन की एक सशक्त मिसाल प्रस्तुत की। उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने अपने समय में थे।
अटल जी के जन्म शताब्दी वर्ष के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में 25 दिसंबर 2025 को सनातन धर्म बालिका इंटर कॉलेज में जिला स्तरीय समापन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता एवं एकल काव्य पाठ प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले विद्यार्थियों तथा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को जिला विकास अधिकारी एवं जिला विद्यालय निरीक्षक की उपस्थिति में सम्मानित किया गया।
इस समारोह में भगवानदीन आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय की पंचम सेमेस्टर की छात्रा आस्था वर्मा को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर ₹10,000 का चेक एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम में जिला सह-समन्वयक सहित महाविद्यालय की प्राचार्या की गरिमामय उपस्थिति रही। समापन अवसर पर बड़ी संख्या में अतिथिगण, प्रतिभागी छात्राएं एवं छात्र उपस्थित रहे।