अतिरुद्र महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ 26 नवंबर से बैजनाथ धाम में

📍 मैनपुरी से अमर भारती की रिपोर्ट

मैनपुरी। बैजनाथ धाम देवधर में सनातन धर्म की रक्षा एवं विश्व-कल्याणार्थ एक दिव्य आध्यात्मिक आयोजन होने जा रहा है। दैवी सम्पद मण्डल द्वारा अतिरुद्र महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का आयोजन 26 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक झारखंड के देवघर स्थित सर्राफ स्कूल मैदान में किया जाएगा।

इस आयोजन की जानकारी दैवी संपद मण्डल के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद सरस्वती जी महाराज ने बुधवार को श्री एकरसानंद आश्रम में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने बताया कि यह यज्ञ गुरुदेव परमहंस स्वामी शारदानन्द सरस्वती जी महाराज की पावन स्मृति में किया जा रहा है, जिन्होंने सन 1991 में दैवी संपद मण्डल के तत्वावधान में प्रथम अतिरुद्र महायज्ञ संपन्न कराया था।

स्वामी हरिहरानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि ब्रह्मनिष्ठ गुरुदेव परमहंस श्री 108 स्वामी शारदानन्द सरस्वती जी महाराज ने चार वर्ष पूर्व बैजनाथ धाम देवघर में इस महायज्ञ एवं कथा आयोजन का संकल्प लिया था, जो उनके ब्रह्मलीन हो जाने के कारण पूरा नहीं हो पाया। अब उनकी पावन स्मृति और अधूरे संकल्प को पूर्ण करने के लिए यह आयोजन भगवान भूतनाथ, बाबा बैद्यनाथ और महादेव विश्वेश्वर की कृपा से किया जा रहा है।

महामंडलेश्वर जी ने कहा कि अतिरुद्र महायज्ञ में भगवान महेश्वर को जनकल्याण के लिए आहुतियाँ दी जाएँगी। इन आहुतियों का उद्देश्य महादेव, प्रकृति और मानवता की प्रसन्नता और विश्व में शांति का संचार करना है। उन्होंने कहा, “कल्याणकारी भगवान शिव सबके आराध्य हैं। उनके चरणों में समर्पित किया गया अर्क, धतूरा, विल्वपत्र, द्रोणपुष्प ही लोक-परलोक की सिद्धि के लिए पर्याप्त है।”

उन्होंने सभी धर्मप्रेमी जनों से आग्रह किया कि वे अपने परिवार और इष्ट-मित्रों सहित इस महायज्ञ में भाग लें और संत दर्शन, कथा श्रवण एवं यज्ञ परिक्रमा कर देवदुर्लभ मानव जीवन को सफल बनाएं।

इस अवसर पर आश्रम के व्यवस्थापक डॉ. गया प्रसाद दुबे, संजीव मिश्रा वैद्य जी, सुधीर दुबे, सर्वानंद चतुर्वेदी, श्यामजी दीक्षित और आकाश तिवारी सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।