नई दिल्ली। देश में जब भी कोई विपदा आई है तो देशवासियों ने डट कर उसका सामना किया है। विपरीत परिस्थितियों में भी वह कर दिखाया है, जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। इन दिनों ऐसी ही एक मिसाल कायम की है झारखंड के ऑटो रिक्शा चालक ने, जो शहर में दिनों दिन कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा होते देख कर मरीजों को नि:शुल्क अस्पताल पहुंचा रहे हैं।
डर के आगे जीत
इस बारे में ऑटो चालक रवि बताते हैं कि एक महिला को रिम्स अस्पताल जाना था, लेकिन कुछ ऑटो वाले डर से वहां नहीं जा रहे थे। तब वे खुद उस महिला को ट्रामा सेंटर लेकर गये और उनसे पैसे भी नहीं लिए।
सोशल मीडिया पर फोन नंबर किया पोस्ट
इसके बाद से ही रवि के मन में आया कि इस परिस्थिति में कई ऑटो वाले अधिक पैसे की मांग कर रहे हैं तो कुछ डर से नहीं जा रहे हैं। ऐसे में उन्होंने इस मुहिम की शुरुआत की कि जो भी मरीज मिलेंगे उन्हें निशुल्क ले जाएंगे, लेकिन इसके बारे में जरूरतमंद को कैसे पता चले इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना फोन नंबर शेयर किया। अब उनके पास दिन भर में कई कॉल आते हैं और जितना उनसे संभव होता है वे सबकी मदद के लिए पहुंचते भी हैं।
अन्य राज्यों में भी शुरू हुई ऐसी मुहिम
रांची में ऑटो चालकों का कहना है कि कोरोना मरीज को तुरंत अस्पताल के लिए ऑटो की जरूरत होती है। हमारी और से ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि जब राज्य में सार्वजनिक वाहन कम चल रहे हों तो ऐसे में लोगों की मदद की जाए, जिससे उन्हें समय पर अस्पताल तक पहुंचाया जा सके।
जान बचाने में योगदान
खास बात ये है कि अब अन्य राज्यों के ऑटो चालक भी इसी प्रकार से अपने-अपने स्तर पर मरीजों की मदद को आगे आ रहे हैं, और ऐसे मरीजों की मदद की मुहिम में जुटकर ऑटो चालक, मरीजों की जान बचाने में अपना योगदान दे रहे हैं।