
संडीला (हरदोई) | अमर भारती संवाददाता
ब्लॉक संडीला की ग्राम सभा सोम में स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर तक पहुंचने का रास्ता ग्रामीणों के लिए एक गंभीर समस्या बना हुआ है। केंद्र के निर्माण के बाद से लेकर अब तक इस मार्ग की हालत जस की तस बनी हुई है। पक्की सड़क का निर्माण नहीं होने के कारण यह मार्ग अब ग्रामीणों की परेशानी और मरीजों की जान का खतरा बन चुका है।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि यह रास्ता कीचड़, गड्ढों और जलभराव से हमेशा बदहाल रहता है, विशेषकर बरसात के मौसम में तो हालात और भी भयावह हो जाते हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए यह मार्ग हर दिन की चुनौती है — कई बार बच्चे फिसलकर गिर जाते हैं और चोटिल भी हो चुके हैं।
मरीजों की सुरक्षा दांव पर
जिस आयुष्मान योजना के तहत ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का दावा किया गया है, वही योजना जर्जर रास्ते के कारण अपने उद्देश्य में पिछड़ती नजर आ रही है। मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने में भारी कठिनाई होती है। कई बार रिक्शा या वाहन कीचड़ में फंस जाते हैं और इलाज समय पर नहीं मिल पाता।
प्रशासन तक कई बार पहुंची गुहार
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार लिखित और मौखिक रूप से प्रशासन से पक्की सड़क निर्माण की मांग की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। गांव के बुजुर्गों का कहना है कि हर चुनाव में वादे जरूर किए जाते हैं, लेकिन जीत के बाद नेता और अधिकारी सब भूल जाते हैं।
क्या चाहते हैं ग्रामीण
ग्राम सभा सोम के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस मुद्दे को प्राथमिकता पर लेने और तत्काल पक्की सड़क का निर्माण कराने की मांग की है। उनका कहना है कि स्वास्थ्य सेवाएं तभी प्रभावी हो सकती हैं जब मरीज वहां तक सुरक्षित और समय से पहुंच सकें।