टीम इंडिया के लिए बढ़ी परेशानी
नई दिल्ली। भारत मे कोरोना एक बार फिर पीक पर है। कोरोना केसों हर दिन लगातर हो रही बढोत्तरी अपने ही रिकॉर्ड तोड़ रही है। यही वजह है कि दुनियाभर के देश बचाव के लिए बड़े कदम उठाने को मजबूर हो गए हैं। इसी बीच भारत मे कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए ब्रिटेन ने टीम इंडिया के लिए परेशानी बढ़ा दी। भारतीय टीम की समस्या यह है कि उन्हें इस साल जून में साउथैंप्टन में आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है। ऐसे में इस मुकाबले पर भी खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि भारत में फिलहाल स्थिति काफी भयावह है। कोरोना की दूसरी लहर बहुत तेजी से फैल रही है, जो भारत के लिए काफी खतरनाक साबित हो रही है।
मैच तय समय पर ही होगा : आईसीसी
भारत कोरोना के कारण रेड लिस्ट में आ चुका है लेकिन इसके बावजूद आईसीसी का मानना है कि वह बायो सुरक्षित बबल में डब्ल्यूटीसी का फाइनल आयोजित करेंगे। आईसीसी ने अपने बयान में कहा, ‘ईसीबी और दूसरे सदस्यों ने बताया कि हम किस तरह इस महामारी के बीच पूरी सुरक्षा के साथ यह फाइनल मुकाबला आयोजित करेंगे। यह मैच अपने तय समय पर ही होगा।
अतिरिक्त खिलाड़ियों को जाने की मिली अनुमति
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने कोरोना माहमारी को देखते हुए इस मुश्किल दौर में आइसोलेशन की जरूरतों को ध्यान में रखकर सात अतिरिक्त खिलाड़ियों या सपॉर्ट स्टाफ को सीनियर टूर्नामेंटों में टीम के साथ जाने की अनुमति दी थी। इससे जून में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारतीय टीम 30 सदस्यों के साथ जा सकेगी। आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘आईसीसी बोर्ड ने सदस्यों को सीनियर टूर्नामेंटों में सात अतिरिक्त खिलाड़ियों या सहयोगी स्टाफ को शामिल करने की अनुमति दे दी जहां आइसोलेशन जरूरी है और/या टीमें जैव सुरक्षित बबल (बायो-सिक्योर बबल) में रहेंगी।’