
बहराइच। जिले में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की समीक्षा बैठक बुधवार को उस वक्त विवादों में घिर गई, जब समाजवादी पार्टी के कैसरगंज विधायक आनंद यादव को सभागार से बाहर कर दिया गया। इससे नाराज़ विधायक ने उपमुख्यमंत्री पर न केवल अपमानित करने का आरोप लगाया, बल्कि उन्हें “अपराधी” तक कह डाला।
कलेक्ट्रेट सभागार में हो रही समीक्षा बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री ने विधायक से कहा कि वे बैठक में न रहें और जिलाधिकारी के चैंबर में जाकर बैठें। इस बात पर विधायक भड़क गए और तुरंत बैठक छोड़कर बाहर आ गए।
बाहर निकलते ही विधायक आनंद यादव ने मीडिया से कहा कि वे जिले की गंभीर समस्याओं—जंगली जानवरों के आतंक और बच्चों की मौत—का मुद्दा बैठक में उठाना चाहते थे, लेकिन उपमुख्यमंत्री ने उन्हें सुने बिना बाहर निकाल दिया।
विधायक ने आरोप लगाया कि “उपमुख्यमंत्री खुद अपराधी हैं। उन पर कई मुकदमे दर्ज रहे हैं जिन्हें उन्होंने खुद वापस कराया। मुझे बैठक से बाहर निकालना एक साजिश थी।”
इस घटनाक्रम के बाद कलेक्ट्रेट परिसर में सपा और भाजपा समर्थकों के बीच बहस छिड़ गई। हालांकि मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने हस्तक्षेप कर स्थिति को संभाला और बैठक को आगे बढ़ाया।