
जौनपुर (बक्शा)। स्थानीय थाना क्षेत्र के उमरछा गांव में बुधवार देर शाम उस समय बड़ा हंगामा खड़ा हो गया जब गौशाला में पशु की मौत और गोकशी की शिकायत पर पहुंचे बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर प्रधान पुत्र सहित ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। हमलावरों ने न सिर्फ मारपीट की बल्कि कार्यकर्ताओं को एक कमरे में बंद कर जिंदा जलाने का प्रयास भी किया। इस दौरान डायल 112 की गाड़ी और चार बाइकों को भी क्षति पहुँची। घटना में कई लोग घायल हुए।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे में फंसे बजरंग दल कार्यकर्ताओं को सुरक्षित बाहर निकाला। जिलाधिकारी दिनेश चंद्र ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच के लिए एसडीएम सदर को निर्देश दिए गए हैं।
कोतवाली क्षेत्र के बोदकरपुर मोहल्ला निवासी बजरंग दल कार्यकर्ता गणेश मोदनवाल ने तहरीर में आरोप लगाया कि गोकशी की शिकायत मिलने पर वह अपने साथियों संग गौशाला पहुंचे, जहां केयरटेकर से कहासुनी हो गई। कुछ ही देर बाद ग्राम प्रधान राजेंद्र गौतम अपने पुत्रों कुलदीप, संजीत, रंजीत सहित अन्य ग्रामीणों के साथ लाठी-डंडे लेकर पहुंच गए और कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया।
आरोप है कि आक्रोशित ग्रामीणों ने पुआल में आग लगाकर टिनशेड पर फेंका और उन्हें जिंदा जलाने का प्रयास किया। बक्शा थानाध्यक्ष विक्रम लक्ष्मण सिंह को भी मौके पर ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।
घायल—गणेश मोदनवाल, सत्यम मिश्रा, निलेश निषाद, प्रभाकर निषाद, अभिषेक निषाद, दीपक चौधरी, अभिषेक तिवारी, शिवम अग्रहरी, नितेश मौर्या और धनंजय शुक्ला—का मेडिकल परीक्षण कराया गया है।
एसपी डॉ. कौस्तुभ ने बताया कि बजरंग दल कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट तथा जिंदा जलाने की कोशिश की पुष्टि हुई है। मामले में प्रधान पुत्र समेत 9 नामजद और 60 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
वहीं बजरंग दल कार्यकर्ता सत्य शुक्ला, निवासी उदपुर बदलापुर, ने बक्शा थाने के उपनिरीक्षक हैदर अली पर ग्रामीणों को भड़काने का आरोप लगाया और उनके निलंबन की मांग की।
एसडीएम सदर सत्यवीर सिंह और सीओ सदर देवेश सिंह ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।