
बाराबंकी। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के रूप में अपनी कार्यशैली और सहज स्वभाव से लोकप्रिय रहे बालेंदु कुमार द्विवेदी को प्रदेश सरकार ने डिप्टी रजिस्ट्रार पद पर पदोन्नत किया है। उनकी नियुक्ति से जनपदवासियों, मदरसा शिक्षकों, कर्मचारियों और समाजसेवियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए शुभकामनाएँ दी हैं।
बाराबंकी से गया एक प्रतिनिधि मंडल लखनऊ पहुँचा और श्री द्विवेदी से भेंटकर शुभकामनाएँ दीं। प्रतिनिधिमंडल में टीचर एसोसिएशन के प्रवक्ता इब्राहिम अंसारी और मदरसा प्रबंध संघ के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद मसीद सदरुद्दीन अंसारी शामिल रहे। प्रवक्ता ने कहा कि मदरसों को राजनीति से दूर रखते हुए शिक्षा के नए आयाम गढ़े जाने चाहिए, तभी बच्चों का भविष्य सुरक्षित होगा।
इस दौरान रजिस्ट्रार, मदरसा शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश अंजना सिरोही से भी शिष्टाचार भेंट हुई, जिसमें मदरसा शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने, शिक्षकों की समस्याओं के समाधान और पाठ्यक्रम सुधार जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
उधर, लगभग चार साल बाद बहाल हुए पूर्व जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एच.पी. अम्बेटकर ने भी हाल ही में निदेशालय में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। उनकी वापसी से समर्थकों और शुभचिंतकों में खुशी का माहौल है।
शिक्षाविदों और समाजसेवियों का कहना है कि बालेंदु कुमार द्विवेदी और एच.पी. अम्बेटकर जैसे अनुभवी अधिकारियों की सक्रियता से अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और मदरसा शिक्षा व्यवस्था में सुधार की उम्मीदें और प्रबल हुई हैं।