बलरामपुर में छांगुर बाबा का अड्डा ध्वस्त, धर्मांतरण और अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर

धर्मांतरण का जाल फैलाने का आरोप

विदेशी फंडिंग से बनाई थी आलीशान कोठी, पुलिस ने दो बुलडोजरों से गिराया किला

बलरामपुर, उतरौला।
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में धर्मांतरण के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ पुलिस और प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। सोमवार को उतरौला क्षेत्र में स्थित जलालुद्दीन के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाकर अड्डा ध्वस्त कर दिया गया।

पुलिस के अनुसार, जलालुद्दीन ने जमीनों पर अवैध कब्जा कर रखा था और विदेशी फंडिंग के जरिए आलीशान कोठी बनवाई थी। यह कोठी उसकी सहयोगी नीतू के नाम पर दर्ज है। पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर दो बुलडोजर लगाकर कार्रवाई की और अड्डे को पूरी तरह गिरा दिया।

धर्मांतरण का जाल फैलाने का आरोप

जलालुद्दीन पर धर्मांतरण कराने, युवाओं को बहलाकर उन्हें मतांतरित करने, और धर्म विशेष के प्रचार-प्रसार में विदेशी धन के उपयोग का आरोप है। जांच में सामने आया कि उसके संपर्क कई संदिग्ध संगठनों से थे और वह मौलिक रूप से अवैध गतिविधियों में लिप्त था।

कोठी में बन गया था ‘अड्डा’

प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, जलालुद्दीन की कोठी को ‘धार्मिक अड्डे’ के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था, जहां लोगों को बैठाकर धर्मांतरण से जुड़े कार्यक्रम कराए जाते थे। आसपास के लोगों ने इसकी शिकायत कई बार प्रशासन से की थी, जिसके बाद विस्तृत जांच हुई।

प्रशासन की सख्ती, अवैध कब्जा मुक्त

उतरौला तहसील प्रशासन और जिला पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से इस अभियान को अंजाम दिया। कोठी को ढहाने की प्रक्रिया करीब 3 घंटे तक चली, जिसमें बड़ी संख्या में पुलिस बल, राजस्व कर्मी और नगर पंचायत के अधिकारी मौजूद थे।

SDM उतरौला ने बताया, “यह निर्माण अवैध था और धर्मांतरण जैसी गंभीर गतिविधियों में उपयोग किया जा रहा था। कानून व्यवस्था के तहत कार्रवाई की गई है।”
बलरामपुर में की गई यह कार्रवाई योगी सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा मानी जा रही है, जिसमें अवैध कब्जा, धार्मिक कट्टरता और विदेशी फंडिंग से जुड़ी गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई जारी है।