भीषण गर्मी से सड़कों में पसर गया सन्नाटा, बिजली की आंख-मिचौली ने छीना घरों का सुकून

बांदा, संवाददाता।
उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद में भीषण गर्मी ने आमजन का जीना मुहाल कर दिया है। सूरज की तपिश ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है, तो वहीं बिजली की आंख-मिचौली ने रातों की नींद छीन ली है। तापमान लगातार सामान्य से ऊपर बना हुआ है, जिससे लोगों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हो रही है।

पारा 47 डिग्री के पार, हाल बेहाल
जनपद में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो सामान्य से लगभग पांच डिग्री ज्यादा है। न्यूनतम तापमान भी छह डिग्री अधिक बना हुआ है। कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिनेश शाह ने बताया कि 15 जून के आसपास बारिश की संभावना है, जिससे प्री-मानसून राहत मिल सकती है। हालांकि, तब तक भीषण गर्मी से कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।

चौराहों पर पसरा सन्नाटा, घरों में भी बेचैनी
सुबह से ही तेज धूप और गर्म हवाओं ने लोगों को घरों में बंद कर दिया। दोपहर 12 बजे के बाद शहर के प्रमुख बाजारों, चौराहों और मुख्य मार्गों पर सन्नाटा पसर गया। दिन किसी तरह काट लिया गया, लेकिन रात की गर्मी और बिजली की बार-बार कटौती ने हालात और बिगाड़ दिए।

पंखे बने गर्म हवा के झोंके, कूलर फेल
रात में तापमान 32 डिग्री तक बना रहा, जिससे लोग पसीने से तरबतर रहे। पंखे गर्म हवा फेंकते रहे और कूलर नाकाम साबित हुए। एसी चलाने वालों को थोड़ी राहत मिली, लेकिन बिजली की बार-बार कटौती ने उन्हें भी परेशान कर दिया।

बिजली कटौती से रातें हुईं बेचैन
जनपद में बिजली कटौती का सिलसिला रात से शुरू होकर दिनभर जारी रहता है। इस कारण लोग पूरी रात जागकर गुजारने को मजबूर हैं। कई जगहों पर लोग गर्मी से राहत पाने के लिए रात में सड़क किनारे बैठे नजर आए।

राजीव रंजन, अधिशासी अभियंता ने दी सफाई
अधिशासी अभियंता राजीव रंजन ने कहा कि गर्मी की अधिकता के चलते बिजली पोलों की केबल में आग लग रही है और ट्रांसफार्मर फुंक जा रहे हैं। बिजली कर्मचारी रात-दिन उन्हें ठीक करने में लगे हैं। उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि दो-तीन दिनों में मौसम में बदलाव आने पर स्थिति सामान्य हो सकती है।