
बाराबंकी। अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम के मुद्दे को लेकर प्रदेशव्यापी अधिवक्ता सुरक्षा यात्रा मंगलवार को दोपहर बाराबंकी पहुंची। आल इंडिया रूरल बार एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल और राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार तिवारी महेश की अगुवाई में लखनऊ से चलकर आई इस यात्रा में स्थानीय अधिवक्ताओं ने भी सक्रिय भाग लिया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने कहा कि संसद सत्र में इस बार भी सरकार ने अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम का विधेयक पेश नहीं किया। उन्होंने बताया कि इससे अधिवक्ताओं में असुरक्षा और असंतोष की भावना बढ़ती जा रही है। विभिन्न अधिवक्ता संगठनों से प्रदेश सरकार ने एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट को लेकर प्रस्ताव मांगे, लेकिन इसके बावजूद यह अधिनियम लागू नहीं हो पाया।
राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार तिवारी महेश ने बताया कि राष्ट्रपति के नाम अधिवक्ता सुरक्षा यात्रा के माध्यम से विभिन्न जिलों में पहुंच रहे हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन अगले माह जनवरी में सौंपे जाएंगे। इस अधिनियम में सुरक्षा के साथ-साथ युवा अधिवक्ताओं के लिए लाइब्रेरी प्रोत्साहन भत्ता, बुजुर्ग अधिवक्ताओं के लिए पेंशन जैसी मांगें भी शामिल की गई हैं।
यात्रा के प्रदेश संयोजक विकास मिश्र ने अधिवक्ताओं से सहयोग और समर्थन की अपील की। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता रामलखन शुक्ल, अमित कुमार शुक्ल, मालती यादव, केके पटेल, राम अवतार, सुरेशचंद्र शुक्ला, छोटेलाल वर्मा, पंकज निगम, अश्विनी सोनी, विजयकांत मिश्र, विनय कुमार, रमेश शुक्ला सहित कई अधिवक्ता मौजूद रहे।
बाराबंकी दीवानी अदालत परिसर में अधिवक्ताओं ने सुरक्षा और सम्मान की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा और सम्मान के मुद्दे पर यह आंदोलन आगे और मजबूत होगा।