बाराबंकी के बुढ़वल गांव में पागल बंदर का आतंक, 10 दिन में एक दर्जन लोग घायल — ग्रामीण दहशत में!

रामनगर (बाराबंकी): बुढ़वल गांव और आसपास के क्षेत्रों में पागल बंदर का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते 10 दिनों में बंदर ने गांव के करीब एक दर्जन लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया है। हमलों से गांव के लोग डरे-सहमे हैं और घर से निकलने में भी डर रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बंदर के हमलों का शिकार होने वालों में भिखारी सिंह, हनीफ, सूबेदार, खलील, साधुराम और सोनी सहित अन्य ग्रामीण शामिल हैं। सभी पीड़ित बुढ़वल गांव के ही निवासी हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि बंदर आमतौर पर अकेले निकलने वाले व्यक्तियों को ही निशाना बनाता है। जब गांव के लोग एकजुट होकर उसे भगाने की कोशिश करते हैं तो वह पेड़ों पर चढ़कर छिप जाता है, जिससे पकड़ पाना मुश्किल हो जाता है।

गांव में डर का माहौल बना हुआ है। लोग जरूरी कामों के लिए भी बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। सिर्फ बुढ़वल ही नहीं, आसपास के कई गांवों में बंदरों का आतंक व्याप्त है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

ग्रामीण मुकेश, गौरव आदि ने बताया कि वन विभाग की लापरवाही के चलते यह समस्या विकराल रूप ले चुकी है। कई बार शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई असर नहीं हुआ।

इस विषय में जब वन क्षेत्राधिकारी अल्पना पांडे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि रेस्क्यू टीम बंदर को पकड़ने के लिए रवाना कर दी गई है और जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा।