तराई क्षेत्र की सहकारी समिति में फर्जीवाड़ा, सैकड़ों गरीब परिवार राशन से वंचित

बाराबंकी। तराई क्षेत्र के पूरेडलई ब्लॉक की बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति (बी0पैक्स) उदईमऊ में बड़े फर्जीवाड़े का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि समिति सचिव अंजू सिंह के पति प्रशांत कुमार सिंह उर्फ दीपक सिंह के संरक्षण में धान-गेहूं की खरीद फरोख्त में भारी धांधली कर करोड़ों रुपये का गबन किया गया।

ग्रामीणों का कहना है कि भूमिहीन मजदूरों और छोटे किसानों के नाम पर गेहूं-धान की खरीद दिखाकर उनके बैंक खातों से लाखों रुपये निकाले गए। कई खाताधारकों को महज़ 1-2 हजार रुपये देकर चुप करा दिया गया जबकि अधिकतर लोगों को निकासी की जानकारी तक नहीं थी। यही नहीं, दर्जनों गरीब परिवारों के राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए, जिससे वे महीनों से भुखमरी और कर्ज की मार झेल रहे हैं।

चौंकाने वाला तथ्य यह है कि जिन ग्रामीणों का राशन कार्ड हाल ही में बना था, उनका भी नाम खरीद-बिक्री में दिखाकर भुगतान किया गया। निबहा गांव निवासी भूमिहीन रामनेवल के नाम लाखों रुपये का गेहूं खरीदा गया, जिसके कारण उसका राशन कार्ड भी निरस्त कर दिया गया।

गांव के बाबूलाल रावत, मगन रावत, खेद्दू, विनोद, रमेश, अरविंद, हरि, माता प्रसाद, सिंघई, विजय बहादुर समेत दर्जनों परिवार इसी फर्जीवाड़े के शिकार हुए हैं।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

ए0आर0 को-ऑपरेटिव लोकेश त्रिपाठी ने कहा कि “भूमिहीन कृषक के नाम गल्ले की तौल गैरकानूनी है। अगर ऐसा हुआ है तो गंभीर मामला है। उच्चस्तरीय जांच से ही सच सामने आएगा।”

पूर्ति निरीक्षक योगेश शुक्ला का कहना है कि राशन कार्ड निरस्त करने की कार्रवाई शासन स्तर से हुई है, इसमें पूर्ति विभाग की कोई भूमिका नहीं है।

जनपद के नोडल अधिकारी डिप्टी आर0एम0ओ0 रमेश श्रीवास्तव ने कहा कि “पात्र लोगों को पुनः राशन कार्ड जारी किए जाएंगे। यदि जांच में सचिव या कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।”

वहीं उपजिलाधिकारी रामसनेहीघाट से संपर्क नहीं हो सका।

बड़े सवाल

  1. क्या धान-गेहूं की खरीद फर्जी अभिलेखों पर की गई?
  2. क्या किसानों को उसी अनुपात में उर्वरक भी उपलब्ध कराया गया?
  3. क्या जिम्मेदार अधिकारी इस गड़बड़झाले में शामिल हैं?
  4. क्या शासन को फर्जी आंकड़े भेजे जा रहे हैं?

ग्रामीणों का कहना है कि यदि इस मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराई जाए तो और भी हैरतअंगेज खुलासे सामने आ सकते हैं।