
बाराबंकी। खेत में लगे आम के पेड़ों की कटाई के दौरान एक पत्रकार को दबंगों ने धमकी दी और कटान के नाम पर 2,000 रुपये सुविधा शुल्क मांग लिया। जब पत्रकार ने पैसे देने से इंकार किया, तो दबंगों ने फर्जी मुकदमें और गंभीर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी।
पीड़ित पत्रकार अनिल कुमार मिश्रा, ग्राम मखदूमपुर निवासी और एक टीवी चैनल के क्षेत्रीय संवाददाता हैं। उनके खेत में लगे दो आम के पेड़ों को कटाने के लिए उन्होंने डीएफओ से अनुमति प्राप्त की थी। 20 सितंबर को पेड़ कटवाते समय एक महिला के साथ आए दो लोगों ने बिना अनुमति वीडियो बनाना शुरू कर दिया। जब पत्रकार ने कारण पूछा, तो उन्होंने पेड़ कटाई के बदले 2,000 रुपये देने की मांग की और पैसे न देने पर फर्जी हरिजन एक्ट का मुकदमा दर्ज करवाने की धमकी दी।
पत्रकार ने कहा कि पेड़ कटाई डीएफओ की परमिट के तहत की जा रही थी, लेकिन दबंगों ने उसे मानने से इंकार कर दिया और बदसलूकी की। उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र में हर कटान का पैसा उनके पास वन ठेकेदार द्वारा जाता है।
घटना की शिकायत सोमवार को पत्रकार ने अपने सहयोगियों के साथ पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय को दी। पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए घुंघटेर थाना प्रभारी को मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।