
फतेहपुर-बाराबंकी। जिले में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के प्रयासों के बीच निंदूरा क्षेत्र से रिश्वतखोरी का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां एंटी करप्शन टीम ने चकबंदी लेखपाल संजय सैनी को बीस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी ने जमीन की पैमाइश के एवज में यह रकम मांगी थी। शिकायत के बाद टीम ने योजनाबद्ध तरीके से ट्रैप बिछाया और उसे दबोच लिया।
यह मामला विकास खंड निंदूरा के ग्राम पंचायत बहरौली से जुड़ा है, जहां लखनऊ के इंदिरा नगर निवासी यासिर और आशिक अली की कृषि भूमि है। भूमि पैमाइश कराने के लिए क्षेत्रीय चकबंदी लेखपाल संजय सैनी ने आशिक अली से ₹20,000 की मांग की थी। पीड़ित ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन विभाग से की।
शिकायत की पुष्टि और योजना के तहत बुधवार दोपहर करीब 2 बजे, लखनऊ के कुर्सी रोड स्थित क्लब के पास एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। टीम ने आरोपी के पास से रिश्वत की पूरी रकम बरामद की।
गिरफ्तारी के बाद थाना गोमती नगर, लखनऊ में आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विभाग ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। इस कार्रवाई से तहसील व राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया है, वहीं आम जनता ने टीम की तत्परता की सराहना की है।