
सिरौलीगौसपुर (बाराबंकी)। पंचायत चुनाव की तैयारियाँ शुरू होते ही सिरौलीगौसपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत ढकवामाफी में मतदाता सूची को लेकर बड़ा घालमेल सामने आया है। आरोप है कि यहाँ मृतकों और बाहरी ग्रामवासियों के नाम मतदाता सूची में दर्ज कराए गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इसमें स्थानीय बीएलओ को ही संरक्षक की भूमिका निभाने का आरोप है।
पूर्व प्रधान माता प्रसाद पुत्र रामेश्वर ने जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी को शिकायत पत्र देकर गाँव में तैनात बीएलओ नीलम श्रीवास्तव को हटाने और नए बीएलओ की तैनाती की मांग की है।
2021 चुनाव में भी हुआ था गड़बड़झाला
माता प्रसाद का आरोप है कि वर्ष 2021 के पंचायत चुनाव में भी नीलम श्रीवास्तव ने वर्तमान प्रधान से साठगांठ कर मतदाता सूची में बाहरी लोगों के नाम जोड़े थे। उनके मुताबिक, दो दर्जन से अधिक बाहरी लोगों के नाम सूची में शामिल किए गए, जिसकी वजह से उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
शिकायतकर्ता ने डीएम को ऐसे ही बाहरी मतदाताओं और मृतकों की सूची भी सौंपी है। उनका कहना है कि कई ऐसे लोग जो वर्षों पहले गुजर चुके हैं या जिनकी शादियाँ अन्य गांवों में हो चुकी हैं, उनके नाम भी अब तक मतदाता सूची में बने हुए हैं।
फिर दोहराई जा रही पुरानी कहानी?
पूर्व प्रधान को आशंका है कि यदि नीलम श्रीवास्तव को ही पुनः मतदाता सूची की जिम्मेदारी दी गई तो पहले जैसी हेराफेरी इस बार भी होगी। “जो लोग अब इस दुनिया में नहीं हैं, वे भी वोट डालेंगे और बाहरी मतदाता भी सूची में बने रहेंगे,”—पूर्व प्रधान का आरोप।
डीएम ने दिए जांच के निर्देश
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। अब देखना यह है कि ग्राम पंचायत ढकवामाफी में मतदाता सूची का काम शिक्षामित्र नीलम श्रीवास्तव ही संभालेंगी या फिर प्रशासन किसी नए बीएलओ की तैनाती करेगा।