
बाराबंकी। कोतवाली असंद्रा क्षेत्र के समधी का पुरवा गांव में मंगलवार रात रास्ते के पुराने विवाद को लेकर शिक्षामित्र देवीप्रसाद रावत और उनके परिजनों पर जानलेवा हमला कर दिया गया। इस हमले में पांच लोग घायल हो गए, जिनमें शिक्षामित्र की हालत गंभीर है।
पीड़ित परिवार के अनुसार, गांव के ही गिरिजा शंकर पाठक से रास्ते को लेकर पुराना विवाद चल रहा था। मंगलवार की रात इसी रंजिश में गिरिजा शंकर ने अपने परिजनों के साथ मिलकर लाठी, बांका और चाकू से हमला बोल दिया।
हमले में शिक्षामित्र देवीप्रसाद को सिर पर गंभीर चोटें आईं और वह बेहोश होकर गिर पड़े, साथ ही खून की उल्टियां भी आने लगीं। उनकी पत्नी प्रमिला, बेटा कन्हैया, बेटियाँ नेहा और अन्नपूर्णा को भी पीटा गया।
सूचना मिलते ही डायल 112 पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को एम्बुलेंस से सीएचसी सिद्धौर भिजवाया। यहां से शिक्षामित्र को गंभीर हालत में जिला अस्पताल और फिर लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज जारी है। अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
पुलिस का पक्ष
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि,
“मारपीट की सूचना मिली है। अभी तक कोई लिखित तहरीर नहीं दी गई है। तहरीर मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।”
पीड़ित पक्ष की मांग
परिजनों का आरोप है कि हमलावरों ने पहले से साजिश रची थी और रास्ते के विवाद को लेकर ही हमला किया गया। घटना से गांव में दहशत का माहौल है और पीड़ित परिवार ने हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग की है।