
लखनऊ/बरेली, 4 अक्टूबर।
बरेली में हुए साम्प्रदायिक तनाव के आठ दिन बाद समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को पीड़ितों से मिलने बरेली जा रहा था, लेकिन प्रशासन ने इसे रोक दिया। लखनऊ, संभल और गाजियाबाद सहित कई जिलों में सपा सांसदों और नेताओं को नजरबंद या हिरासत में ले लिया गया।

सूत्रों के अनुसार, लखनऊ में नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय, संभल में सांसद जियाउर्रहमान बर्क को हाउस अरेस्ट किया गया है। वहीं, दिल्ली से बरेली रवाना हो रहे सांसद हरेंद्र मलिक, इकरा हसन और मोहिबुल्लाह नदवी को गाजियाबाद बॉर्डर पर रोक लिया गया।
🔴 इकरा हसन का बयान: “यह अघोषित इमरजेंसी है”
कैराना सांसद इकरा हसन ने कहा —
“उत्तर प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी जैसी स्थिति है। कल कोई ‘आई लव महादेव’ या ‘आई लव श्रीराम’ लिखे तो किसी को आपत्ति नहीं होती, तो फिर ‘आई लव मोहम्मद’ में क्या गलत है? यह सत्ता का दुरुपयोग और संवैधानिक मूल्यों का हनन है। सरकार डर के कारण हमें रोक रही है।”
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से भी संज्ञान लेने की मांग करते हुए कहा कि “बुलडोज़र जस्टिस के नाम पर सरकार निर्दोष लोगों को प्रताड़ित कर रही है।”

🟥 माता प्रसाद पांडेय बोले— एक समुदाय डरा हुआ है
लखनऊ में नजरबंद किए गए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा —
“हमें बरेली जाने से रोका जा रहा है। अगर दो समुदायों में झड़प होती तो मैं मान लेता कि कोई गंभीर घटना है, लेकिन वहां तो एकतरफा अन्याय हो रहा है। एक व्यक्ति पर मुकदमा लिखा जाता है और चार-चार लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। लोग भयभीत हैं।”
⚫ संभल में जियाउर्रहमान बर्क नजरबंद
समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क को संभल के दीपा सराय मोहल्ले स्थित आवास पर देर रात 2 बजे से ही हाउस अरेस्ट कर दिया गया। रायसत्ती थाना क्षेत्र में उनके घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात है। प्रशासन ने बरेली में सपा नेताओं की “नो एंट्री” घोषित कर दी है।
🔸 घटनाक्रम की पृष्ठभूमि
बरेली में 26 सितंबर को ‘आई लव मोहम्मद’ लिखे एक नारे को लेकर जुमे की नमाज के बाद चार जगहों पर बवाल भड़क गया था।
DIG अजय कुमार साहनी के अनुसार, इस दौरान 10 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए, फायरिंग भी हुई और मीडिया कर्मियों को चोटें आईं।
अब तक 81 लोगों को जेल भेजा जा चुका है, 10 एफआईआर दर्ज हुई हैं, और 2500 उपद्रवियों में से 200 को नामजद किया गया है।
पुलिस ने दावा किया कि यह बवाल पूर्व नियोजित साजिश थी, जिसका “मास्टरमाइंड मौलाना तौकीर रज़ा” बताया गया है।
🔸 इंटरनेट बंद और तनाव बरकरार
बरेली में अब तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं। स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन प्रशासन सुरक्षा कारणों से बाहरी राजनीतिक दलों को प्रवेश नहीं दे रहा।