
सैकड़ों लोगों ने रखी समस्याएँ, अधिकारियों को दिए तत्काल निस्तारण के निर्देश
संवाददाता – मुकेश कुमार,
पीलीभीत। बुधवार को महामंडलेश्वर एवं बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद महाराज ने अपने जनसंपर्क कार्यालय पर आयोजित जनतादर्शन कार्यक्रम के दौरान विधानसभा क्षेत्र से पहुँचे सैकड़ों लोगों की समस्याएँ सुनीं।
जनता की बातों को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए और कहा —
“प्रत्येक नागरिक की समस्या का समाधान समय से होना चाहिए, यही सच्ची सेवा है।”
हर दिन की तरह बुधवार को भी लगा जनतादर्शन दरबार
महामंडलेश्वर स्वामी प्रवक्तानंद महाराज द्वारा प्रतिदिन की भाँति बुधवार को भी जनता दरबार आयोजित किया गया।
बड़ी संख्या में ग्रामीण, व्यापारी, महिलाएँ और युवाओं ने पहुँचकर अपनी शिकायतें दर्ज कराईं।
स्वामी जी ने प्रत्येक व्यक्ति की बात ध्यानपूर्वक सुनी और अधिकतर मामलों में मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर समाधान कराया।
श्री परम अक्रियधाम आश्रम में उमड़ा भक्तों का सैलाब
जनतादर्शन के उपरांत श्री परम अक्रियधाम आश्रम में क्षेत्रवासियों और भक्तों की भारी भीड़ रही।
श्रद्धालुओं ने प्रभु के दर्शन किए, प्रसाद ग्रहण किया और स्वामी जी से आशीर्वाद प्राप्त किया।
पूरा परिसर भक्ति और श्रद्धा से ओत-प्रोत हो उठा।
जनता की समस्याओं का हो रहा त्वरित समाधान
स्वामी प्रवक्तानंद महाराज के जनसंपर्क कार्यालय में प्रतिदिन सैकड़ों लोग अपनी समस्याओं को लेकर पहुँचते हैं।
जनतादर्शन में आने वाले अधिकांश मामलों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया जाता है।
स्वामी जी ने कहा कि —
“किसी भी नागरिक को अपनी समस्या के समाधान के लिए कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें, यह प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है।”
भोजन प्रसाद और जलपान की रही सुचारु व्यवस्था
जनतादर्शन में आने वाले सभी लोगों के लिए आश्रम परिसर में भोजन प्रसाद और जलपान की निःशुल्क व्यवस्था की गई थी।
सेवा कार्यों में सेवादल के कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों ने सक्रिय योगदान दिया और सभी आगंतुकों का स्वागत किया।
“जनसेवा ही मेरा धर्म है” — स्वामी प्रवक्तानंद महाराज
जनतादर्शन के समापन पर स्वामी प्रवक्तानंद महाराज ने कहा —
“जनता की सेवा ही मेरा सबसे बड़ा धर्म है। जब तक जनता की समस्याएँ समाप्त नहीं हो जातीं, तब तक हमारा प्रयास लगातार जारी रहेगा। लोगों की खुशहाली ही हमारे कार्य का उद्देश्य है।”