बेहजम ब्लॉक: ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार की भरमार, कहीं गौशाला तो कहीं विकास कार्यों में धांधली

सीतापुर/बेहजम ब्लॉक की कई ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का जिन्न लगातार बाहर आता जा रहा है। कहीं गौशाला भ्रष्टाचार तो कहीं पंचायत के विकास कार्यों में करोड़ों की बंदरबांट के आरोप लग रहे हैं। लगातार जांच के बावजूद शिकायतकर्ता अभी भी संतुष्ट नहीं हैं।

ताज़ा मामला ग्राम पंचायत कैमांखुर्द का है, जहाँ ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी पर आरोप है कि ‘काम कम और धनराशि अधिक’ दिखाकर भारी वित्तीय अनियमितताएं की गईं। शिकायतकर्ता साजिद खां और सगीर खां ने इस मामले की शिकायत लोक आयुक्त को की थी, जिसके आधार पर गठित तीन सदस्यीय टीम ने गैर-जनपदीय जांच दल भेजने की संस्तुति की। निर्देशानुसार नई टीम गुरुवार को ग्राम पंचायत कैमांखुर्द पहुंची।

जांच के दौरान चारदीवारी से लेकर नल रिबोर व सीसी रोड तक सबकी जांच

जांच टीम ने ग्राम उमरिया के विद्यालय में बनी चारदीवारी और ग्राम मलिकपुर के प्राथमिक विद्यालय की चारदीवारी में प्रयुक्त ईंटों की सैंपलिंग शिकायतकर्ताओं की मौजूदगी में की। साथ ही नल रिबोर, सीसी रोड निर्माण एवं ग्राम पंचायत के अन्य कार्यों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी सहित विस्तृत जांच की गई।

जांच टीम के सामने प्रधान समर्थकों की दबंगई

जांच के दौरान ग्राम प्रधान के समर्थक शिकायतकर्ताओं के साथ गाली-गलौज और धमकाने में जुटे रहे। शिकायतकर्ता साजिद खां और सगीर खां के मुताबिक, इससे पहले भी जांच टीम ने ईंट की सैंपलिंग तो की थी, लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि प्रयोगशाला में भेजने से पहले ईंट बदल दी गई थी, जिससे जांच प्रभावित हुई।

ग्राम पंचायत मलिकपुर में बड़े घोटाले के आरोप

ग्राम मलिकपुर के दर्जनों ग्रामीणों ने सीसी रोड निर्माण, नाली निर्माण और अन्य विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाते हुए प्रधान पति और पंचायत सचिव संदीप चौधरी पर बंदरबांट करने का आरोप लगाया है।

“खामियां मिलीं तो होगी कार्यवाही”—जांच अधिकारी

जांच अधिकारी चंदन देव पाण्डेय ने बताया—
“लोक आयुक्त के निर्देश पर गैर-जनपदीय टीम को जांच के लिए भेजा गया है। जांच पूरी बारीकी से की जा रही है। यदि किसी भी स्तर पर खामियां मिलती हैं तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। शिकायतकर्ता को संतुष्ट करना हमारी प्राथमिकता है ताकि यह मामला पूरी तरह निस्तारित हो सके।”