नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग ने उपचुनाव की तारीख का एलान कर दिया है। समसेरगंज, जंगीपुर और भवानीपुर विधानसभा सीटों पर 30 सितंबर को उपचुनाव होंगे और वोटों की गिनती 3 अक्टूबर को होगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ेंगी।
कुरसी बचाने के लिए ममता बनर्जी को जीतना होगा यह चुनाव
बंगाल विधानसभा चुनावों में नंदीग्राम सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भाजपा के सुवेंदु अधिकारी से हार गई थीं। बता दें कि सुवेंदु अधिकारी चुनाव से ठीक पहले टीएमसी छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे। रविवार को घोषित नतीजों में कई राउंड में ममता सुवेंदु अधिकारी से पिछड़ती दिखाई दे रही थीं और आखिरी राउंड की गिनती में अधिकारी ने बाजी मार ही ली थी। अधिकारी ने ममता को 1900 से ज्यादा मतों से पराजित किया था। हालांकि टीएम ने बहुमत के साथ राज्य में चुनाव जीता। जिसके बाद ममता बनर्जी को नंदीग्राम सीट हारने के बाद भी मुख्यमंत्री बनाया गया। इसलिए अपने मुख्यमंत्री पद को बचाए रखने के लिए ममता के लिए यह चुनाव जीतना बेहद जरूरी है।
बीजेपी प्रदेश प्रमुख दिलीप घोष ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना
पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी के बीच बयान बाजियों का दौर तेज़ी से जारी है। खास तौर पर उपचुनाव को लेकर बीजेपी लगातार ममता सरकार पर हमलावर है। इस बीच प्रदेश बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष ने एक बार फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। घोष ने ममता बनर्जी से पूछा है कि, “उन्हें उपचुनाव की तो जल्दी है लेकिन ढाई साल से लंबित पड़े नगर निगम चुनाव को लेकर अब तक कोई कदम क्यों नहीं उठाया गया है।“
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी मुख्यमंत्री बने रहना चाहती हैं इसलिए चुनाव कराने की बात पर अड़ी हैं। इस दौरान घोष ने ढाई साल से अटके हुए नगर निगम चुनाव का मुद्दा भी उठाया।
घोष ने कहा, हम ‘चुनाव आयोग को लिखित में बता चुके हैं कि पश्चिम बंगाल में जो हालात हैं, उसमें उप-चुनाव नहीं हो सकते हैं। अगर चुनाव कराने की स्थिति है, तो दो-ढाई साल से नगर निगम के चुनाव क्यों लंबित हैं? ममता बनर्जी को सीएम बने रहना है इसलिए चुनाव के लिए अड़ी हैं।’