
बाराबंकी में लघु सिंचाई विभाग में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ किसानों का गुस्सा उबाल पर है। बुधवार को सैकड़ों किसानों ने भारतीय किसान यूनियन (भानू) के बैनर तले गन्ना दफ्तर प्रांगण में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। किसानों का आरोप है कि विभाग के सहायक अभियंता राकेश कुमार सिंह ने बोरिंग कार्यों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं की हैं।
किसानों ने मांग की है कि अभियंता को जांच पूरी होने तक जनपद से हटाया जाए और उनके सभी वित्तीय अधिकार तत्काल निलंबित किए जाएं। किसानों का कहना है कि वर्ष 2025-26 के दौरान लघु सिंचाई विभाग में हुई बोरिंगों के भुगतान में भारी हेराफेरी की गई है।
किसानों की प्रमुख मांगें
- अभियंता राकेश कुमार सिंह को जांच पूरी होने तक हटाया जाए।
- सभी भुगतान और बोरिंग कार्यों की जांच किसी स्वतंत्र अधिकारी या संस्था से कराई जाए।
- विभाग द्वारा स्वीकृत बोरिंगों की सूची सार्वजनिक की जाए।
- बोरिंगों में उपयोग की गई सामग्री के सैंपल उत्तर प्रदेश से बाहर की किसी जांच प्रयोगशाला को भेजे जाएं।
- पारदर्शिता के लिए हर जांच की वीडियोग्राफी भाकियू पदाधिकारियों की मौजूदगी में की जाए।
किसानों का आरोप
सहायक अभियंता राकेश कुमार सिंह पर उथली बोरिंग योजना, मध्यम गहरी बोरिंग योजना, फर्जी ट्रायल, हौज-नाली निर्माण योजना और वर्षा जल संचयन योजना में अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। किसानों ने कहा कि इन योजनाओं में भुगतान और गुणवत्ता दोनों ही संदिग्ध हैं।
धरना स्थल से तस्वीर
धरने का नेतृत्व भाकियू (भानू) के मंडल अध्यक्ष रवि वर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि,
“जब तक शासन-प्रशासन निष्पक्ष जांच समिति गठित नहीं करता, किसान धरना स्थल से नहीं हटेंगे।”
इस दौरान प्रदेश महासचिव रणवीर सिंह, युवा मंडल अध्यक्ष सोनू शर्मा, महामंत्री मो. खालिद खान, अनुराग, क्षितिज वर्मा, पवन शर्मा सहित सैकड़ों किसान और महिलाएं मौजूद रहीं।
प्रशासन से वार्ता बेनतीजा
दोपहर बाद एसडीएम सदर आनंद तिवारी किसानों से मिलने पहुंचे, लेकिन कोई सहमति नहीं बनी। बाद में शाम करीब छह बजे वे सीओ और नगर कोतवाल के साथ दोबारा पहुंचे और ज्ञापन लिया। किसानों ने दोहराया कि जब तक जांच समिति गठित नहीं होती, धरना जारी रहेगा।