बाह में भव्य भरत मिलाप, 20 झांकियों ने दिया धार्मिक व सामाजिक संदेश

बाह (आगरा)।शुक्रवार की रात बाह कस्बे में प्राचीन रामलीला मंचन के दौरान ऐतिहासिक भरत मिलाप का आयोजन बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा भाव के साथ किया गया। कस्बे और आसपास के ग्रामीण अंचलों से पहुंचे हजारों श्रद्धालु इस अद्भुत दृश्य के साक्षी बने और भावविभोर हो उठे।

शोभायात्रा की शुरुआत हरप्रसाद राजाराम आदर्श इंटर कॉलेज से हुई, जो प्रमुख मार्गों और बारहये से होती हुई सर्राफा बाजार पहुंची। यहां भगवान श्रीराम और भरत के मिलन की लीला का जीवंत मंचन किया गया। जैसे ही आरती उतारी गई, पूरा पंडाल “जय श्रीराम” के उद्घोष से गूंज उठा और श्रद्धालुओं की आंखें श्रद्धा से नम हो गईं।

इस अवसर पर करीब 20 भव्य झांकियों ने भक्तिरस और भारतीय संस्कृति के रंग बिखेरे।
राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की झांकी के आगे चल रही वानर सेना के करतब दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बने, तो राधा-कृष्ण महारास और मयूर नृत्य ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
गणेश, लक्ष्मी, शिव-पार्वती, सरस्वती सहित अन्य झांकियों ने धार्मिक और सामाजिक संदेश भी दिए — जिनमें सद्भाव, नारी सम्मान और पर्यावरण संरक्षण की थीम प्रमुख रही।

कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व ब्लॉक प्रमुख एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सुग्रीव सिंह चौहान ने फीता काटकर किया। इसके बाद सभी झांकियों और भगवत स्वरूपों का पूजन-अर्चन किया गया।
सुरक्षा व्यवस्था की कमान एसीपी बाह रामप्रवेश गुप्ता और इंस्पेक्टर सत्यदेव शर्मा ने संभाली, जिनके नेतृत्व में पुलिस टीमों ने शोभायात्रा मार्ग पर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की।

आयोजन में प्रमुख रूप से मनोज तिवारी गुड्डू, पंडित श्याम शर्मा, निशु गर्ग, राजेश वफा, देवेंद्र कटारा, राजेश पांडेय, ब्रह्मदत्त शर्मा, गणेश शर्मा, रमेश शर्मा, अभिषेक भटेले, हर्षित गर्ग, उत्तम दुबे, नरेन्द्र वर्मा, कल्लू पंडित, बंगाली सविता, गोपाल गुप्ता, प्रियांश जैन, नवीन मिश्रा सहित अनेक गणमान्यजन मौजूद रहे।

बाह में दशकों से चली आ रही भरत मिलाप की यह परंपरा आज भी उसी श्रद्धा, आस्था और सामाजिक एकता के साथ निभाई जा रही है, जिसने इस क्षेत्र को धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में स्थापित कर दिया है।