भटनी की सड़क बनी मौत की मार्ग, रेलवे एनओसी मिलने के बाद जल्द होगा निर्माण

देवरिया। यूपी-बिहार को जोड़ने वाली मुख्य सड़क भटनी के केवड़ा वार्ड में बदहाल हालत के कारण हादसों का केंद्र बन गई है। लगभग 350 मीटर लंबी इस सड़क को रेलवे विभाग ने दो दशक पहले बनाया था, लेकिन उसके बाद न तो किसी विभाग ने देखरेख की और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने सुध ली। स्थानीय लोग बताते हैं कि सड़क पर गड्ढे और कीचड़ ने कई लोगों की जान ले ली है। कुछ माह पूर्व इसी मार्ग पर एक राहगीर मोटरसाइकिल से गिरकर गंभीर चोटों के कारण मृत्युवरण कर गया।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह सड़क न केवल उत्तर प्रदेश के बल्कि बिहार प्रांत के हजारों राहगीरों के लिए भी महत्वपूर्ण है, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण लोग लगातार हादसों का शिकार हो रहे हैं।

स्थानीय सभासद प्रतिनिधि की जानकारी:
सभासद प्रतिनिधि शिव शंकर मौर्य ने बताया कि पाइपलाइन का कार्य पूरा हो चुका है और अब टेस्टिंग प्रक्रिया के बाद सीसी सड़क और नाली निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा। इस सड़क का निर्माण 280 मीटर लंबाई और 3 मीटर चौड़ाई में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस सड़क के लिए नगर पंचायत भटनी और रेलवे विभाग जिम्मेदार हैं। यदि रेलवे विभाग सड़क निर्माण में पहल नहीं करता तो नगर पंचायत को एनओसी में सहयोग करना चाहिए था। उन्होंने बताया कि 3–4 साल पूर्व भी इसी सड़क पर एक व्यक्ति की गिरने से मौत हो चुकी थी।

चेयरमैन विजय गुप्ता ने कहा:
नगर पंचायत भटनी के चेयरमैन विजय गुप्ता ने बताया कि पूर्व के जनप्रतिनिधियों द्वारा सड़क को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई थी। उनका कहना है कि उन्होंने नगर पंचायत का अध्यक्ष बनने के बाद इस सड़क के निर्माण को प्राथमिकता दी। रेलवे विभाग से एनओसी मिल चुकी है, टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब 40 लाख रुपये की लागत से सड़क का निर्माण किया जाएगा।

स्थानीय लोगों ने राहत जताई है कि जल्द ही यह सड़क सुरक्षित और उपयोगी बन जाएगी, जिससे राहगीरों को हादसों का खतरा कम होगा।