
बिजनौर। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में ड्रोन जैसी उड़ती वस्तुओं को लेकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। धामपुर, नहटौर, स्योहारा समेत दर्जनों गांवों में ग्रामीणों ने आसमान में लाल-नीली रंग-बिरंगी लाइटें देखे जाने का दावा किया है। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी वायरल हो रही हैं, जिनमें इन लाइटों की हल्की झलक देखी जा सकती है।
सोमवार रात धामपुर के कुंडीपुरा, केदारपुर, सरकथल और नहटौर के जरीफपुर व बसावनपुर गांवों में ग्रामीण पूरी रात पहरा देते रहे। लोगों का कहना है कि उन्हें आसमान में उड़ती हुई लाइटें दिखीं, जिससे डर के चलते लाठी-डंडों के साथ ग्रामीण गांव की सड़कों पर गश्त करते रहे।
रात भर नहीं सोए ग्रामीण
कुंडीपुरा निवासी ऋतिक सिंह, प्रथम कुमार, दिशान, भानु प्रताप आदि ने बताया कि रविवार रात उन्हें आसमान में लाल-नीली चमकती लाइटें दिखीं और कुछ शोर भी सुनाई दिया। हालांकि, अंधेरे और ऊंचाई के चलते ड्रोन स्पष्ट रूप से कैमरे में कैद नहीं हो सका।
नहटौर के जरीफपुर और बसावनपुर गांवों में भी यही हाल रहा। वहां भी रात में चमकदार लाइटें देखने के दावे किए गए और चोरों की आशंका में ग्रामीण पहरा देते रहे। शनिवार को भी गिलाड़ी, रतनपुरा, मीरापुर, कुरी, मेवला माफी, नियामताबाद, अनीसा नंगली, बहादरपुर, फैजुल्लापुर, बुढ़ेरन आदि गांवों में ड्रोन जैसी उड़ान की खबरें सामने आई थीं।
वीडियो बनाते हुए छत से गिरा युवक
गांव कोलासागर में एक दर्दनाक हादसा भी हुआ। 42 वर्षीय सुरेंद्र शर्मा रात में ड्रोन की वीडियो बनाते समय छत से गिर गए, जिससे उनकी मौत हो गई।
रात के अंधेरे में उड़ती रोशनी, डर के साए में गांव
चांदपुर क्षेत्र के रौनिया, तिगरी, रावटी, धीवरपुरा, फीना और रतनगढ़ समेत दर्जनों गांवों के लोगों ने भी इसी प्रकार की उड़ती रोशनी देखने के दावे किए हैं। फीना के विकास कश्यप ने बताया कि उन्होंने 19 जुलाई की रात गांव के ऊपर ड्रोन देखा और वीडियो भी बनाई। लेकिन अंधेरे और ऊंचाई की वजह से वह स्पष्ट नहीं दिख सका।
जरीफपुर के लवी चौधरी और बसावनपुर के लाला सिंह ने भी आसमान में लाल-नीली लाइटें देखने की बात कही और बताया कि ड्रोन जैसी गतिविधियों के डर से गांव में लोग रात भर नहीं सोए।
प्रशासन अब तक खामोश
गौरतलब है कि इन घटनाओं को लेकर अब तक कोई आधिकारिक बयान या पुष्टि नहीं हुई है, जिससे ग्रामीणों की चिंता और भी बढ़ गई है। लोगों का कहना है कि यदि यह शरारत है, तो प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अफवाह और डर की स्थिति पर रोक लगे।