क्रेशरः-अनुसूचित जाति छात्रों के लिए लाये जा रहे छात्रवृत्ति बिल से विधयाक कुसाग्र सागर ने कराया रूबरू
पीलीभीत-यूं तो भारतीय जनता पार्टी हमेशा से ही अपने कार्यों और अपने प्रचारों को लेकर सुर्खियों में बनी ही रहती है। परन्तु चूंकि माहोल चुनावी आगाज का चल रहा है फिर चाहे भले ही निकटमत चुनाव बंगाल का ही क्यों न हो परन्तु अपने प्रदेश में भी पंचायत चुनाव की रूपरेखा तैयार हो ही रहा है, जिसको देखते हुए भाजपा कोई ढिलाई छोड़ना नहीं चाहती। वैसे भी भाजपा का मानना है कि कोई चुनाव छोटा नहीं होता।
बहरहाल माहोल कोई भी हो पर योजनायें हमेशा से ही किसी न किसी वर्ग के हित को ध्यान में रखकर ही लागू होती है। औज आज मौका था अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को लुभाने का। केन्द्र सरकार द्वारा एक करोड़ छत्तीस लाख छात्रों के लिये लाये जा रहे छात्रवृत्ति बिल से इस बार अनुसूचित जाति को अपने से जोड़ने का कार्य किया है। इसमें कोई शक नहीं है कि भाजपा जो भी बिल लाती है वह लाभार्थी परक होने के साथ ही जनहित की भावना से प्रेरित होती है।
ऐसा ही इस बिल में देखने को मिला है, जिसमें 2021-22 से प्रारम्भ होने वाली इस योजना के तहत अनुसूचित जाति के छात्रों को छात्रवृत्ति दिलाना सुनिश्चित किया जायेगा जिसमें केन्द्र का 60 प्रतिशत अंश रहने वाला है। यही नहीं इस योजना का लाभ लाभार्थियों के खातों में सीधे डीबीटी के माध्यम से पहुचेगी। मगर प्रेस कान्फ्रेस में कुछ ऐसे भी सवाल पत्रकारों द्वारा दागे गये जिनपर मौजूद जिलाध्यक्ष सहित विशेष अतिथि बिसौली विधायक कुसाग्र सागर भी मौन साधते नजर आये। बिसौली विधायक कुसाग्र्र सागर को विशेष तौर से बिल की विशेषतायें बताने का जिम्मा सौपा गया था, जिसको विधायक जी काफी हद तक निभाते नजर आये।