भाजपा उत्तर प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन में दिखा संतुलन का खेल

बलराम चौधरी | कोसीकला, मथुरा

मथुरा। भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पद के निर्वाचन को लेकर शनिवार को लखनऊ में दिनभर सरगर्मियां तेज रहीं। सात बार के सांसद और महाराजगंज से निर्वाचित पंकज चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के साथ ही भाजपा ने साफ संदेश दे दिया है कि संगठन में जातिगत संतुलन को साधते हुए हर वर्ग को साथ लेकर चलने की रणनीति पर पार्टी लगातार काम कर रही है।

कुर्मी समाज से आने वाले वरिष्ठ नेता पंकज चौधरी ने शनिवार को लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया। उनके नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित पार्टी के कई दिग्गज नेता और उपमुख्यमंत्री मौजूद रहे, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि उनका निर्विरोध निर्वाचन लगभग तय है। पंकज चौधरी को संगठन की कमान सौंपकर भाजपा ने कुर्मी समुदाय को साधने और सामाजिक संतुलन मजबूत करने का संकेत दिया है।

प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन में प्रस्तावकों के चयन को लेकर भी भाजपा ने सधा हुआ जातिगत समीकरण सामने रखा। मथुरा से मांट विधानसभा क्षेत्र के जाट समुदाय से आने वाले विधायक राजेश चौधरी और यादव समाज से मथुरा महानगर अध्यक्ष हरिशंकर उर्फ राजू यादव को प्रस्तावक बनाकर पार्टी ने यह संदेश दिया कि संगठन में सभी प्रमुख जातियों को समान मान-सम्मान और प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भाजपा संगठनात्मक स्तर पर ‘वैलेंस ऑफ पावर’ के सिद्धांत को अपनाते हुए हर वर्ग को जोड़ने की रणनीति पर काम कर रही है। यही कारण है कि नेतृत्व चयन से लेकर संगठनात्मक पदों तक जातिगत संतुलन का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। पार्टी के नीति-नियंता यह सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि किसी भी वर्ग को उपेक्षित महसूस न होने दिया जाए।

भाजपा का यह कदम आगामी राजनीतिक समीकरणों के लिहाज से भी अहम माना जा रहा है, जहां सामाजिक संतुलन और समावेशी नेतृत्व पार्टी की ताकत बनकर उभर रहा है।