चिनूक और एन-32 भी कोरोना काल में सेवारत
नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक तरफ केंद्र सरकार की सजगता, फ्रंट लाइन वर्कर्स का सहयोग और देशवासियों की भागीदारी से पूरा देश इस वायरस से पूरी ताकत से लड़ रहा है। वहीं, दूसरी तरफ आज से इस कड़ी में भारतीय वायुसेना और भारतीय रेल भी शामिल हो गई है।
अभी रास्ते में है विमान
भारतीय वायु सेना का एक सी -17 विमान आज सुबह 2 बजे सिंगापुर के चांगी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए हिंडन एयर बेस से रवाना हुआ। यह विमान सुबह 07 बजकर 45 मिनट पर सिंगापुर पहुंचा। 4 खाली क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनरों को लोड करने के बाद यह विमान सिंगापुर से निकलकर पानागढ़ एयर बेस पर उतरने के लिए वायुमार्ग पर है।
इधर से उधर ऑक्सीजन कंटेनर
इसके अलावा भारतीय वायु सेना का सी-17 विमान भी आज हिंडन एयर बेस से सुबह 08:00 बजे पुणे एयर बेस के लिए रवाना हुआ था। यह विमान सुबह 10:00 बजे अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचा। इस विमान पर खाली क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनर को लादा गया था। इसके बाद इस विमान ने जामनगर एयर बेस के लिए उड़ान भरी। उपरोक्त दोनों विमानों के अलावा भारतीय वायु सेना के एक और विमान सी-17 ने भी पुणे से जामनगर के लिए दूसरे दौर की उड़ान भरी। इस विमान में भी खाली कंटेनर लोड किये गए थे। इससे पहले एक अन्य सी-17 विमान ने आज दो खाली कंटेनर जोधपुर से जामनगर पहुंचाए थे।
लेह-कारगिल तक भेजे गए कोविड परीक्षण उपकरण
भारतीय वायुसेना के चिनूक हेलीकाप्टर और एन-32 सैन्य परिवहन विमान ने कोविड परीक्षण उपकरण क्रमशः जम्मू से लेह और जम्मू से कारगिल तक पहुंचाए। वायुसेना द्वारा पहुंचाए गए इन उपकरणों में बायो सेफ्टी कैबिनेट, सेंट्रीफ्यूज और स्टेबलाइजर्स शामिल थे। इन मशीनों को वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) द्वारा बनाया गया है और अब जांच क्षमता को बढ़ाने के लिए इन्हें केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को दिया गया है।
24 घण्टे में 150 टन ऑक्सीजन डिलीवर
जानकारी के लिए बता दें कि आज सुबह साढ़े 6 बजे ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन 30 हजार लीटर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन लेकर लखनऊ पहुंची। फिलहाल, यह ट्रेन महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली समेत अनेकों राज्यों में ऑक्सीजन पहुंचा रही है। इस ट्रेन के द्वारा रेलवे ने बीते 24 घंटों में 150 टन ऑक्सीजन डिलीवर की है।