मोबाइल के इस दौर में हर कोई अपनी पुरानी यादों को संभाल के रहने के लिए तस्वीरें जरूर लेता हैं। यही वजह है कि आज सेल्फी बहुत ही ज्यादा चलन में है। अगर आपको या आपके घर में किसी को सेल्फी लेने का ज्यादा शौक है, तो सावधान हो जाएं। क्योंकि एक दिन ये सेल्फी आप पर बहुत भारी पड़ सकती है। यह सच है कि सेल्फी आज के दौर में हर कोई लेता है। लेकिन क्या आप जानते है कि एक सेल्फी आपको खतरे में डाल सकती है ? अगर नही पता तो जान लें।
नई तरह की बीमारी
सेल्फी लेने का यह शौक अगर लत में बदल जाए, तो आप सेल्फाइटिस बीमारी की चपेट में आ सकती हैं। इस बीमारी से पीडि़त व्यक्ति के दिमाग में हमेशा यह भूत सवार रहता है कि किस जगह सेल्फी लें और कितनी जल्दी उसे सोशल मीडिया पर डालें। धीरे-धीरे यह बीमारी इतनी बढ़ जाती है कि यह लत बन जाती है। आपने यह कई बार सुना होगा कोई भी चीज हो चाहे खाने की हो या आनंद लेने के लिए, किसी की भी लत जहर के समान होती है।
डॉक्टर्स के मुताबिक, लगातार अपनी फोटो लेते रहने की लत ‘सेल्फी एल्बो की वजह बन सकती है। यह एक नई तरह की बीमारी है, जिसमें कुहनी का दर्द सताने लगता है।
बूढ़ी होने लगती है स्किन
स्किन स्पेशलिस्ट के मुताबिक, चेहरे पर लगातार स्मार्टफोन की लाइट और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन से स्किन बूढ़ी होने लगती है जिससे जल्दी रिंकल्स पडऩे लगते हैं। मोबाइल फोन की तरंगें सीधे डीएनए को नुकसान पहुंचाती है, जिससे स्किन की नैचरल रिपेयर क्षमता दिन प्रतिदिन कम होती जाती है। जिससे आपकी स्किन पर कोई पिंपल्स या दाग धब्बे हो जाएं, तो उन्हें ठीक होने में महीनों लग जाते हैं। बता दें कि हाई क्वालिटी के कैमरे इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण है। इस बीमारी का महंगे या सस्ते फ़ोन से कोई लेना देना नही है। क्योंकि सिओमी जैसी कम्पनियां कम दाम में भी हाई क्वालिटी का कैमरा देती है।
दरअसल, फोन से निकलने वाली ये तरंगे अलग तरह की होती हैं, जिसमें सनस्क्रीन भी कोई काम नहीं करता। सनस्क्रीन आपकी त्वचा की बाहरी लेयर को धूप से बचाता है, जबकि मोबाइल की तरंगे स्किन के अंदर की लेयर तक को प्रभावित करती है, जिससे सनस्क्रीन भी इस नुकसान से आपको नहीं उभार पाता। यह किरणे सीधे तौर पर स्किन की जड़ को खराब करती है।