सीबीएसई की परीक्षाओं को लेकर स्टूडेंट्स के मन में कुछ समय से तमाम शंकाएं चल रही थी. महामारी के कारण परिक्षाओं के आयोजन को लेकर काफी संशय था जो अब खत्म हो गया है.
दरअसल अभी कुछ दिनों पहले ही सीबीएसई बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं को लेकर बोर्ड के सेक्रेटरी अनुराग त्रिपाठी ने साफ किया कि इस साल परीक्षाएं जरूर होंगी और जल्द ही इनका शेड्यूल रिलीज किया जाएगा.
यही नहीं प्रैक्टिकल परीक्षाओं की टेंटेटिव तारीखें घोषित भी कर दी गई हैं. कुछ समय पहले ही लगभग सभी विषयों के सैम्पल पेपर्स भी रिलीज हो चुके हैं.
इन सैम्पल पेपर्स को देखने के बाद एक फॉरमेट सामने आ रहा है कि इनमें मल्टीपल च्वॉइस क्वैश्चंस की संख्या बढ़ी दिख रही है. यानी इस बार ज्यादा एमसीक्यू टाइप प्रश्न पूछे जा सकते हैं. कैंडिडेट्स तैयारी के दौरान इन पर विशेष ध्यान दें तो बेहतर होगा.
सिलेबस कम होने के बाद यह दूसरी राहत
जैसा कि सीबीएसई के दसवीं और बारहवीं के रिलीज्ड सैम्पल पेपर्स से साफ है कि इस बार मल्टीपल च्वॉइस क्वैश्चंस ज्यादा आ सकते हैं, अगर ऐसा ही होता है तो स्टूडेंट्स के लिए यह बड़ी राहत की बात होगी. पहले ही सीबीएसई ने सिलेबस कम करके स्टूडेंट्स की काफी परेशानी कम कर दी है.
ऐसे में उन्हें कुछ प्रश्नों का प्रारूप बदलने से भी मिलेगी. इन्हें भली प्रकार समझने के लिए कैंडिडेट्स से अनुरोध है कि वे सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सैम्पल पेपर्स डाउनलोड करें और उन्हें हल भी करें. इससे एक तो उनका अभ्यास होगा दूसरा वे बदले हुए सिलेबस और पैटर्न को ठीक से समझ पाएंगे.
सैम्पल पेपर हैं जरूरी
यूं तो हर साल हर बोर्ड परीक्षा के सैम्पल पेपर्स अहम होते हैं लेकिन इस साल के सैम्पल पेपर्स स्टूडेंट्स के लिए इस लिहाज से भी जरूरी हैं कि इस बार सिलेबस बदल गया है. कोरोना के कारण क्लासेस न हो पाने से बोर्ड ने सिलेबस कम किया ताकि स्टूडेंट्स को समस्या न हो.
यह फैसला एक तरफ राहत पहुंचाने वाला है पर एक तरफ उनके लिए नए सिलेबस को भली प्रकार समझना भी जरूरी है. ऐसा न हो के स्टूडेंट्स गैरजरूरी हिस्सों को भी परीक्षा के लिहाज से तैयार करने लगें. इसके अलावा केस स्टडी वाले प्रश्नों पर भी भरपूर ध्यान दें.