नई दिल्ली। इजरायल और फलस्तीन के चरमपंथी समूह हमास के बीच जो खूनी संघर्ष चल रहा था उस पर अब विराम की सहमति बन चुकी है। 11 दिन तक चले खूनी युद्ध पर विराम लग गया है।
संघर्ष विराम को स्वीकार किया
यह युद्ध इसलिए खत्म हो पाया क्योंकि अमेरिका, मिस्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय देशों की तरफ से इस हिंसा को रोकने के लिए कई दबाव बनाए गए। जिसके बाद इजरायली सुरक्षा कैबिनेट ने संघर्ष विराम को स्वीकार किया।
इजराइल सर्वसम्मति से सहमत हुआ
प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू ने एक बयान में कहा गया कि सुरक्षा कैबिनेट परस्पर एवं बिना शर्त शत्रुता समाप्त करने पर सर्वसम्मति से सहमत हुआ। नेताओं ने कहा है कि ‘जमीनी हकीकत अभियान के भविष्य को निर्धारित करेगी।’ हालांकि, नेतन्याहू ने कहा है कि अगर हमास मिस्र के संघर्षविराम प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता है तो सुरक्षा बल तैयार रहे।
जश्न मनाते हुए प्रदर्शन हुए
संघर्ष को रोके जाने पर गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक में भी जश्न मनाते हुए प्रदर्शन किए गए। सोशल मीडिया पर कई वीडियो में आतिशबाजी, गाना-बजाना और लोग सड़कों पर परेड करते दिख रहे हैं। इस बीच इजरायल और हमास दोनों ने संघर्ष में अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे है।
जीवन जीने का समान अधिकार
बता दें कि मिस्र ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पहल की थी। ऐसे में मिस्र राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का शुक्रिया किया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि ‘फलस्तीनियों और इजराइलियों को सुरक्षित तरीके से जीवन जीने का समान रूप से अधिकार है और स्वतंत्रता, समृद्धि एवं लोकतंत्र के समान प्रावधानों को प्राप्त करने का भी हक है।’