सीएम लखनऊ से हेलीकॉप्टर के जरिये सीधा नोएडा आएंगे. सीएम सेक्टर 38ए स्थित बॉटेनिकल गार्डन में लैंड करेंगे, जिसके लिए हेलीपैड को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. इस दौरान मुख्यमंत्री कई बड़ी परियोजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक भी कर सकते हैं.
गौतमबुद्ध नगर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 8 अगस्त यानि शनिवार को गौतमबुद्ध नगर का दौरा कर सकते हैं. मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर नोएडा विकास प्राधिकरण ने अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ शहर में कुछ अहम परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट लेने और समीक्षा करने के लिए गौतमबुद्ध नगर में आएंगे. हालांकि जिला प्रशासन के पास सीएम का कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं आया है.
सीएम लखनऊ से हेलीकॉप्टर के जरिये सीधा नोएडा आएंगे. सीएम सेक्टर 38ए स्थित बॉटेनिकल गार्डन में लैंड करेंगे, जिसके लिए हेलीपैड को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. इस दौरान मुख्यमंत्री कई बड़ी परियोजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक भी कर सकते हैं.
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मुख्यमंत्री 8 अगस्त को नोएडा आकर यहां सेक्टर 39 स्थित कोविड अस्पताल का भी शुभारंभ कर सकते हैं. इसके बाद वे जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे. इस बैठक में कोरोना की स्थिति से लेकर तमाम परियोजनाओं की प्रगित पर चर्चा की जाएगी. हालांकि जिला प्रशासन का कहना है कि उनके पास सीएम के आगमन को लेकर कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं आया है.
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11 बार नोएडा आकर योगी ने तोड़ा मिथक
ये मिथक माना जाता था कि जो भी मुख्यमंत्री अपने पद पर रहते हुए नोएडा आता है, उसकी कुर्सी चली जाती है. यह मिथक तब बना था जब 1982 में यूपी के मुख्यमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह नोएडा में वीवी गिरी श्रम संस्थान का उद्घाटन करने गए थे.
इसके बाद वह मुख्यमंत्री पद से हट गए. 1988 में सीएम वीर बहादुर सिंह फिल्म सिटी में आयोजित कार्यक्रम में आए और कुछ महीने में ही उनकी भी कुर्सी चली गई. जब एनडी तिवारी सीएम बने तो नोएडा के सेक्टर 12 स्थित नेहरू पार्क का उद्घाटन करने 1989 में नोएडा आए, वो भी मुख्यमंत्री नहीं रह गए.
वीर बहादुर सिंह और मायावती भी नोएडा आए थे, जिसके बाद उनकी सरकार भी चली गई थी. 1994 में सीएम मुलायम सिंह यादव नोएडा गए और उनकी भी कुर्सी छिन गई. इसी मिथक के चलते राजनाथ सिंह और अखिलेश यादव नोएडा गए ही नहीं.
सीएम बनने के बाद 25 दिसंबर को नोएडा आकर सीएम योगी ने ये मिथक तोड़ा तब से तीन साल के कार्यकाल में सीएम 11 बार नोएडा आ चुके हैं, लेकिन कुर्सी बरकरार है.