नई दिल्ली। जब से कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया मे अपना प्रकोप दिखाया है तब से कहा जा रहा है इसे फैलाने में चीन की साजिश है। लेकिन पूरी दुनिया में यह वायरस फैलाने वाला चीन अब खुद संक्रमण से डर गया है। इससे बचने के लिए चीन माउंट एवरेस्ट की चोटी पर एक विभाजन रेखा खिंचेगा।
मौजूद दर्जनों लोग कोरोना से पीड़ित
वायरस से प्रभावित पर्वताहोरियों से होने वाले कोविड-19 संक्रमण से बचने के लिए चीन यह कदम उठाने जा रहा है। नेपाल में भी कोरोना वायरस का कोहराम जारी है और एवरेस्ट के बेस कैंप में मौजूद दर्जनों लोग कोविड-19 से पीड़ित हैं।
30 से ज्यादा बीमार लोगों को निकाला गया
बता दें कि एवरेस्ट के बेस कैंप से 30 से ज्यादा बीमार लोगों को निकाला गया है। जिसके बाद ऐसा डर पैदा हो गया है कि वायरस इस चढ़ाई के मौसम को बर्बाद कर सकता है। एवरेस्ट चीन और नेपाल की सीमा को बांटती है। चोटी का उत्तरी हिस्सा चीन की तरफ पड़ता है।
नेपाल मे हर पांच में से दो व्यक्ति संक्रमित
तिब्बती अधिकारियों ने एक संवाददाता सम्मेलन शिन्हुआ को बताया कि ‘माउंटेन गाइड पहाड़ी की चोटी पर विभाजन रेखाएं स्थापित करेंगे जिसके बाद ही पर्वतारोहियों को आरोहण की इजाजत दी जाएगी।’ हालांकि अभी इस बात की कोई जानकारी नहीं दी गई है कि ये रेखाएं किस तरह खींची जाएंगी। पिछले तीन हफ्ते में नेपाल में रोजाना दर्ज होने वाले कोरोना वायरस मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है और हर पांच में से दो व्यक्ति टेस्ट के बाद संक्रमित पाए गए हैं।