चुनाव आयोग की जगह डीएम क्यों दे रहे सफाई: राजेश यादव

बाराबंकी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की मतदाता सूची में गड़बड़ियों को लेकर समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं। सपा के पूर्व एमएलसी राजेश यादव ने प्रेसवार्ता कर डीएम बाराबंकी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब शिकायत केंद्रीय चुनाव आयोग से की गई थी, तो उसकी सफाई जिलाधिकारी क्यों दे रहे हैं।

राजेश यादव ने कहा कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उस समय शपथ पत्र देकर आयोग को बताया था कि कुर्सी विधानसभा क्षेत्र के कई वोटरों के नाम सूची से काट दिए गए थे। बावजूद इसके डीएम बाराबंकी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर सफाई देते हुए कहा कि दोनों मतदाताओं—नसरीन और फुरकान—के नाम सूची में दर्ज हैं।

उन्होंने सवाल उठाया कि जब चुनाव आयोग खुद कह रहा था कि हमें शपथ पत्र नहीं मिला है, तो फिर डीएम किस आधार पर सफाई दे रहे हैं। राजेश यादव ने मांग की कि जिलाधिकारी हलफनामा दें कि 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान दोनों मतदाताओं के नाम सूची में दर्ज थे।

सपा नेता ने आरोप लगाया कि चुनाव के समय दोनों के नाम वोटर लिस्ट से डिलीट कर दिए गए थे और चुनाव के चार माह बाद नए पहचान पत्र जारी कर दिए गए। उन्होंने कहा, “डीएम ने हमसे शिकायत के समय हलफनामा मांगा, हमने दे दिया। अब सवाल यह है कि क्या डीएम या चुनाव आयोग हलफनामा देंगे कि चुनाव 2022 में ये दोनों नाम सूची में दर्ज थे?”