सीएम मॉडल कंपोजिट विद्यालय निर्माण में मानकों की अनदेखी के आरोप

लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट सी.एम. मॉडल कंपोजिट विद्यालय के निर्माण में मानकों की खुलेआम अनदेखी किए जाने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। पैला क्षेत्र में बन रहे इस विद्यालय को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। आरोप है कि निर्माण कार्य में पीली एवं दोयम दर्जे की ईंटों, घटिया सरिया व अन्य अधोमानक सामग्री का प्रयोग कर सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार सीएम मॉडल कंपोजिट विद्यालय पैला में मानक के विपरीत ईंटों और सरिया का इस्तेमाल किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बाउंड्री वॉल सहित भवन निर्माण में दोयम दर्जे की ईंटें लगाई गई हैं। यही नहीं, सीमेंट, सरिया व अन्य निर्माण सामग्री की गुणवत्ता में भी खुलकर खेल किया जा रहा है।
पूर्व प्रधान पैला ने आरोप लगाते हुए बताया कि निर्माण की खराब गुणवत्ता के चलते हाल ही में विद्यालय का छज्जा भरभराकर गिर गया था, जिसमें एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया था। यह मामला अखबारों की सुर्खियों में भी रहा। घटना के बाद क्षेत्रीय विधायक सौरभ सिंह सोनू को स्वयं मौके पर पहुंचकर हस्तक्षेप करना पड़ा था और उन्होंने अधोमानक निर्माण की शिकायत शासन स्तर तक किए जाने की बात कही थी।
इतना सब होने के बावजूद ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में लगी कंपनी कृष्णा एसोसिएट लखनऊ की सिस्टर कंसर्न सीएसडीएस कंपनी द्वारा मनमाने तरीके से निर्माण कार्य जारी है और मानकों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते जांच नहीं हुई तो भविष्य में कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
ग्रामीणों ने पूरे मामले की विशेष जांच टीम (SIT) से जांच कराए जाने की मांग की है, ताकि निर्माण में हुई अनियमितताओं की सच्चाई सामने आ सके और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।