
पीलीभीत। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा समाज कल्याण विभाग के माध्यम से संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत बुधवार को राजकीय ड्रमंड इंटर कॉलेज, पीलीभीत में भव्य विवाह समारोह सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर विधानसभा बरखेड़ा क्षेत्र के विकासखंड मरौरी, बरखेड़ा एवं नगर पंचायत बरखेड़ा के पंजीकृत 520 जोड़ों में से 484 जोड़ों का विवाह विधि-विधानपूर्वक सम्पन्न कराया गया। सुबह से ही परिसर में रंग-बिरंगे परिधानों में सजे दूल्हा-दुल्हनों और परिजनों की चहल-पहल रही। विवाह स्थल को आकर्षक पुष्प सज्जा से सजाया गया था, जहाँ हर मंडप में धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ विवाह संस्कार सम्पन्न हुए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर एवं बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद महाराज, ब्लॉक प्रमुख मरौरी सभ्यता वर्मा, जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह, अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) रोशनी यादव, नगर मजिस्ट्रेट विजय वर्धन तोमर, उप जिलाधिकारी तथा जिला समाज कल्याण अधिकारी चन्द्रमोहन विश्नोई सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
इस सामूहिक विवाह में विभिन्न धर्मों और समाजों के जोड़ों ने भाग लिया, जिनमें 21 अल्पसंख्यक जोड़े भी सम्मिलित हुए। अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने सभी नवविवाहितों को गृहस्थ जीवन के लिए शुभकामनाएं देते हुए गृह उपयोगी सामग्री वितरित की। प्रत्येक जोड़े को कपड़े, पायल-बिछिया, डिनर सेट, प्रेशर कुकर, ट्रॉली बैग, घड़ी, सीलिंग फैन, आयरन प्रेस, गद्दा, कंबल आदि उपहार स्वरूप प्रदान किए गए।
जिला समाज कल्याण अधिकारी चन्द्रमोहन विश्नोई ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत प्रति जोड़ा ₹1 लाख व्यय की व्यवस्था है, जिसमें से ₹60,000 कन्या के बैंक खाते में सीधे हस्तांतरित किए जाते हैं, जबकि ₹25,000 की सामग्री और ₹15,000 समारोह व्यवस्था पर व्यय किए जाते हैं।
समारोह की विशेषता रही जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह की अनोखी पहल, जिसके अंतर्गत प्रत्येक नवदम्पति को पौधा उपहार स्वरूप भेंट किया गया। उन्होंने कहा — “जीवन की नई शुरुआत के साथ पर्यावरण की रक्षा का संकल्प भी आवश्यक है। यह पौधे दाम्पत्य जीवन में स्थिरता और समृद्धि का प्रतीक हैं।” इस पहल को उपस्थित जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने सराहा।
स्वामी प्रवक्तानंद महाराज ने नवदम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए कहा —
“यह केवल विवाह समारोह नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सहयोग की मिसाल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह योजना उन परिवारों को सम्मान देने के लिए शुरू की है, जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी बेटियों के विवाह को लेकर चिंतित रहते हैं। आज यह योजना जनकल्याण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम साबित हो रही है।”
उन्होंने समाज के हर वर्ग से इस योजना से जुड़कर गरीब परिवारों के सहयोग में योगदान देने की अपील की।