लखनऊ। यूपी एटीएस ने जबरन धर्मांतरण कराने वाले रैकेट का भंडाफोड़ कर लखनऊ से दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया है। धर्म परिवर्तन कराने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया है कि जो भी इस काम में शामिल हों उन सभी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) और गैंगस्टर लगाया जाए। संपत्ति भी जब्त हो। हर पहलू की विस्तार से जांच होना चाहिए। जो भी दोषी हों, उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाए।
दो मौलानाओं की गिरफ्तारी
उत्तर प्रदेश एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने सोमवार को दो मौलानाओं जहांगीर और उमर गौतम को लखनऊ स्थित एक बड़े मुस्लिम संस्थान से पकड़ा था। ये लोग बड़े पैमाने पर यूपी में हिंदुओं को बरगलाकर उनका धर्म परिवर्तन करा रहे थे। ATS टीम करीब चार दिन से इनसे पूछताछ करके सबूत जुटा रही थी। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI इन्हें फंडिंग भी कर रही थी।
इनको बनाते थे निशाना
ATS अफसरों के मुताबिक, यह गरीब हिंदुओं, मूक बधिर, महिलाएं और बच्चों को निशाना बनाकर धर्म परिवर्तन कराया। इस मामले में एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अहम जानकारी दी।
पूछताछ गैंग में खुलासा
एडीजी ने बताया कि पहले विपुल विजयवर्गीय और कासिफ की गिरफ्तारी हुई थी जिनसे पूछताछ में सूचना मिली कि एक बड़ा गैंग है जो मोटिवेशनल थॉट के जरिए हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराता है। पूछताछ में उमर गौतम का नाम आया, जो बाटला हाउस जामियानगर का रहने वाला है। इन्होंने भी अपना धर्म परिवर्तन किया है।
विदेशों से फंडिंग
पूछताछ में सामने आया लगभग 1000 लोगों की लिस्ट है. एडीजी ने कहा कि इन्हें विदेशों से फंडिंग मिलती थी। इन्होंने नोएडा, कानपुर, मथुरा, वाराणसी वगैरह जिलों के लोगों को निशाना बनाया।
नौकरी शादी का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन
एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर ने बताया, ‘नोएडा डेफ सोसाइटी नोएडा सेंटर 117 जो मूक बधिर का रेजिडेशिंयल स्कूल है। यहां छात्रों को नौकरी शादी का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जाता है। छात्र के परिजनों को इसकी जानकारी नहीं होती है। ऐसे ही एक बच्चे आदित्य गुप्ता के माता-पिता से हमने पूछताछ की।’
बच्चे ने खोला पोल
बच्चे के परिजनों ने पुलिस को बताया कि पहले उन्होंने अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट कराई थी जिसे बाद में 364 में परिवर्तित किया गया था। यह भी बताया कि उनका बेटा मूक बधिर है। धर्म परिवर्तन कराकर साउथ के किसी राज्य में ले जाया गया है। इसके बारे में उनके मूकबधिर बच्चे ने वीडियो कॉल से बताया। इसी तरह गुड़गांव का भी एक केस सामने आया। जिन बच्चों ने धर्म परिवर्तन किया वो इतने डरे हुए हैं कि आगे आकर कुछ बता नहीं पा रहे हैं।