नई दिल्ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रयागराज के बाघांबरी मठ पहुंचने पर महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि दी। सीएम योगी ने कहा कि इस दुखद घटना पर हम सभी को दुख है। कुंभ के सफल आयोजन में नरेंद्र गिरी ने अहम भूमिका निभाई। वहीं, सीएम योगी ने कहा कि चार वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। एक के बाद एक बात सामने आ रही थी। जो भी जिम्मेदार होगा उसे दंडित किया जाएगा। अपराधियों को कड़ी सजा दी गई। पापी प्रतिरक्षा नहीं हैं। उन्होंने कहा कि दोषी पक्ष नहीं बचेगा और उसे निश्चित रूप से दंडित दिया जाएगा। नरेंद्र गिरी की मौत की जांच जारी है। सीएम ने कहा कि “महंत नरेंद्र गिरि पंचक होने के कारण उन्हें आज समाधि नहीं दी जाएगी। आज उनके अवशेष यहां जनता के दर्शन के लिए रहेंगे। बुधवार को पांच लोगों फोरेंसिक विशेषज्ञ टीम उनके शव का पोस्टमार्टम करेगी। वहीं शव परीक्षण समाप्त होने के बाद धार्मिक कानून के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाएगा।”
योगी को हुआ गहरा दुख
मुख्यमंत्री योगी ने “कहा कि उनका निधन पवित्र मण्डली के लिए अपूरणीय क्षति है। कि नरेंद्र गिरी के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। मैं संत समय के नाम पर श्रद्धांजलि देने आया हूं। इस दुखद घटना के लिए हम सभी को दुख है। यह एक ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई हमारा आध्यात्मिक और धार्मिक समाज नहीं कर सकता। उन्होंने प्रयागराज कुंभ के आयोजन में अच्छा काम किया है, और अपमानित होने की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। समाज और देश की भलाई के लिए किए गए हर फैसले में उनका सहयोग माना जाता है। वहीं यूपी-सीएम ने सभी संतों से बात कर इस स्थिति पर गौर किया।””
मंदिर के हनुमान पुजारीयों को किया गिरफ्तार
गिरफ्तार शिष्य आनंद गिरि समेत तीनों को बता दें कि अखिल भारतीय अहला परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने अपने बयान को लेकर बयान दिया है। इसने राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं और सोमवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई। उनका शव अलापुर में श्री मठ बाघमबरी गद्दी के कमरे से फंदे में मिला था। इस मामले में पुलिस ने उनके छात्र योगगुरु आनंद गिरि, हनुमान मंदिर के पुजारी आद्य तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को गिरफ्तार किया है।