हर परियोजना के लिए तय होगी अफसरों की जवाबदेही : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एनेक्सी भवन में जिले की विकास परियोजनाओं की समीक्षा की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि हर परियोजना को तय समय सीमा और गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परियोजना का एक नोडल अधिकारी नामित हो, जो नियमित रूप से काम की निगरानी करे। यदि किसी परियोजना में खामी या लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित ठेकेदार और अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

मुख्यमंत्री ने पीएसी महिला बटालियन, खजांची बाजार, पादरी बाजार, बरगदवा, गोरखनाथ, पैडलेगंज-नौसढ़ फ्लाईओवर, भोपा बाजार ओवरब्रिज और गोड़धोइया नाला प्रोजेक्ट सहित सभी बड़ी योजनाओं में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गोरखपुर की प्रतिस्पर्धा बड़े स्मार्ट शहरों से है, इसलिए यातायात व्यवस्था सुगम होनी चाहिए। सड़क पर ठेले-खोमचे न लगें, इसके लिए स्ट्रीट वेंडर्स का व्यवस्थित पुनर्वास कराना होगा।

बीमारियों से बचाव को लेकर जागरूकता पर जोर
सीएम ने कहा कि इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी पर नियंत्रण पाया गया है, लेकिन डेंगू और अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए सतत जागरूकता अभियान चलाए जाएं। सभी नगर निकायों को स्वच्छता और जनजागरूकता पर काम करने के निर्देश दिए गए।

मेडिकल माफिया पर कार्रवाई का आदेश
योगी ने कहा कि प्रदेश में माफियाराज खत्म किया गया है। अब मेडिकल फील्ड में भी एम्बुलेंस माफिया या बिचौलियों के खिलाफ सख्ती जरूरी है ताकि कोई अव्यवस्था न पनप सके।

विद्यालयों और बच्चों के हित पर खास ध्यान
मुख्यमंत्री ने परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को यूनिफॉर्म, जूते-मोजे और बैग के लिए दी जा रही धनराशि का सही उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर बच्चा यूनिफॉर्म में स्कूल आए, जिससे अनुशासन और सकारात्मक माहौल बने। उन्होंने बाल वाटिका और प्रोजेक्ट अलंकार की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर ध्यान देने को कहा।

विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण भी जरूरी
सीएम ने अमृत योजना के तहत एसटीपी निर्माण की समीक्षा करते हुए कहा कि निर्माण के बाद दस वर्षों तक अनुरक्षण की जिम्मेदारी उसी फर्म की होनी चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि यदि कहीं पेड़ काटना पड़े तो उसके एवज में नया पौधा लगाना और उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा।

समीक्षा बैठक में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री एवं सांसद कमलेश पासवान, सांसद रवि किशन, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, राजेश त्रिपाठी, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, सीपी चंद समेत प्रशासन व विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।