
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुशीनगर के विकास में बौद्ध धर्मगुरु अग्गमहापंडित भदंत ज्ञानेश्वर का योगदान अतुलनीय रहा है।
उन्होंने भगवान बुद्ध के ज्ञान और करुणा के प्रसार को अपना जीवन समर्पित कर बौद्ध धर्म की मूल भावना को जन-जन तक पहुँचाया।
मुख्यमंत्री रविवार को कुशीनगर स्थित म्यांमार बौद्ध विहार मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भदंत ज्ञानेश्वर के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
सीएम योगी ने उन्हें “बौद्ध धर्म के सिद्धांतों के प्रति आजीवन समर्पित महान संत” बताया और कहा कि उनके निधन से बौद्ध समाज और मानवता को एक अमूल्य क्षति हुई है।
भदंत ज्ञानेश्वर कुशीनगर बौद्ध भिक्षु संघ के अध्यक्ष और म्यांमार बौद्ध विहार के प्रमुख थे। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और 31 अक्टूबर को उनका निधन हो गया।
उनका अंतिम संस्कार 11 नवंबर को निर्धारित किया गया है। इस बीच उनका पार्थिव शरीर म्यांमार बौद्ध विहार मंदिर में श्रद्धांजलि के लिए रखा गया है, जहां देश-विदेश से लोग उन्हें अंतिम नमन करने पहुँच रहे हैं।
रविवार को सीएम योगी के साथ इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, क्षेत्रीय सांसद विजय कुमार दुबे, और विधायकगण — पडरौना, कुशीनगर, तमकुहीराज, फाजिलनगर, खड्डा व रामकोला उपस्थित रहे।
इसके अतिरिक्त कमिश्नर, डीआईजी, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित बौद्ध भिक्षु समुदाय के कई प्रतिनिधि भी श्रद्धांजलि समारोह में मौजूद रहे।