
लखनऊ। देशभर के कुली अब अपनी समस्याओं और पीड़ा को सीधे सरकार तक पहुँचाने के लिए सर्वे फॉर्म अभियान शुरू कर रहे हैं। इस पहल की शुरुआत आज लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से हुई, जहाँ राष्ट्रीय कुली मोर्चा के संयोजक रामसुरेश ने कुलियों को सर्वे फॉर्म वितरित कर अभियान का शुभारंभ किया।
इस अभियान के तहत कुली समाज के सदस्य अपने-अपने क्षेत्र में फॉर्म भरकर अपनी दिक्कतें, आर्थिक हालात और रोजगार संबंधी मुद्दों को दर्ज करेंगे। इन फॉर्म को 15 सितंबर तक भरना अनिवार्य होगा। इसके बाद राष्ट्रीय कुली मोर्चा पूरे देश में एक व्यापक मुहिम चलाकर इन आंकड़ों को एकत्रित करेगा।
मोर्चा का कहना है कि एकत्रित किए गए ये फॉर्म देश की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के अध्यक्षों, सांसदों, मंत्रियों और सीधे रेलवे बोर्ड व रेल मंत्री को भेजे जाएंगे। मांग की जा रही है कि कुलियों की स्थिति को समझते हुए उन्हें भी 2008 की तर्ज पर रेलवे में सरकारी नौकरी में समायोजित किया जाए।
गौरतलब है कि 19 जून 2025 को रेलवे बोर्ड ने देशभर के मंडल प्रबंधकों को कुलियों की स्थिति की जांच करने के आदेश दिए थे। लेकिन दो महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी रेलवे प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यही कारण है कि अब कुलियों ने खुद आगे बढ़कर अपनी आवाज बुलंद करने का निर्णय लिया है।
राष्ट्रीय कुली मोर्चा का कहना है कि यह अभियान न सिर्फ कुलियों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को उजागर करेगा, बल्कि यह भी बताएगा कि किस तरह वर्षों से मेहनत करने के बावजूद उन्हें अब तक रेलवे से उचित सम्मान और स्थायी रोजगार नहीं मिला।