लॉकडाउन और महामारी का बाज़ार पर डबल अटैक
नई दिल्ली। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते मार्केट में सोमवार को भारी गिरावट देखने को मिल रही है। कोरोना महामारी ने पूरे देश को हर तरह से अपनी चपेट में ले लिया है। जिसके कारण अब शेयर मार्केट पर भी उसका साफ असर दिखाई पड़ रहा है। शुरुआती दौर में ही सेंसेक्स 1700 पॉइंट गिरकर 48 हजार के नीचे आ गया। इससे निवेशकों के 9 लाख करोड़ रुपए डूब गए। इससे पहले 1 फरवरी को इंडेक्स 48 हजार के नीचे आया था।
सोमवार सुबह सेंसेक्स 634.67 अंक नीचे 48,956.65 पर खुला। अभी यह 1,747 अंकों की भारी गिरावट के साथ 47,843 पर कारोबार कर रहा है। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 29 शेयरों में गिरावट है। इंडेक्स में इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे ज्यादा 8.1% नीचे आ गया है। वहीं, डॉ. रेड्डीज का शेयर 3.3% ऊपर चढ़ गया है। निफ्टी भी 525 अंकों की गिरावट के साथ 14,308 पर आ गया है।
ये 3 वजहों के कारण गिरावट
1. देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के नए केस। पिछले 24 घण्टो में एक लाख 69 हज़ार 914 मामले सामने आए । जोकि संक्रमितों का बहुत बड़ा आकंड़ा है।
2. एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट है। इनमे चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हेंगसेंग शामिल है। इसके साथ ही जापान का निक्केई इंडेक्स भी गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।
3. चौथी तिमाही के नतीजों से पहले निवेशक नर्वस हो रहे है। लगातार दो तिमाहियों में अच्छे रिजल्ट के बाद चौथी तिमाही के दौरान कोरोना का असर देखने को मिल सकता है ।
बैंकिंग शेयरों में भारी गिरावट
आज की भारी गिरावट में बैंकिंग सेक्टर के शेयर सबसे आगे हैं। निफ्टी बैंक इंडेक्स 1,754 पॉइंट यानी 5.4% नीचे 30,693 पर आ गया है। RBL बैंक का शेयर 10% नीचे कारोबार कर रहा है। सरकारी बैंकों के शेयरों में 11% की गिरावट आई तो प्राइवेट बैंक के शेयर भी 10% तक टूटे हैं। बैंकिंग शेयरों में गिरावट की मुख्य वजह लॉकडाउन है, क्योंकि इससे बैंकिंग कारोबार पर असर पड़ रहा है।
बाजार पर लॉकडाउन का असर
ऑटो और मेटल शेयरों में भी भारी गिरावट है। NSE पर दोनों के इंडेक्स 5% नीचे आ गए हैं। हालांकि, फार्मा शेयरों ने अपनी बढ़त कायम रखी है। सिप्ला के शेयर में 3% से ज्यादा की गिरावट है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई राज्यों में जगह-जगह लॉकडाउन लगाया जा रहा है। इससे इकोनॉमिकल एक्टिविटीज पर बुरा असर पड़ रहा है। नतीया यह है कि बाजार में चौतरफा गिरावट है। लॉकडाउन शेयर बाजार में गिरावट की सबसे बड़ी वजह बन रहा है।
पहली लहर में भी बाजार नीचे की ओर लुढ़का था
पिछले साल कोरोना की वजह से 23 मार्च से बाजार में गिरावट दिखी थी। तब सेंसेक्स अपने निचले स्तर पर 25,800 पर पहुंच गया था। हालांकि, वहां से यह रिकवर कर इस साल 16 फरवरी में 52,500 के पार पहुंच गया था। लेकिन पिछले दिनों से कोरोना के नए मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी से इसमें लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। आज कारोबार के दौरान दिन के सबसे निचले लेवल 47,755 तक भी आया।
दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट
• हॉन्गकॉन्ग का हेंगसेंग इंडेक्स 266 अंक नीचे 28,412 पर कारोबार कर रहा है।
• चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स भी 33 अंक गिरकर 3,417 पर आ गया।
• कोरिया के कोस्पी इंडेक्स में 2 अंकों की मामूली बढ़त है, इंडेक्स 3,134 पर पहुंच गया है।
• ऑस्ट्रेलिया का ऑल ऑर्डनरीज इंडेक्स 27 पॉइंट की गिरावट के साथ 7,225 पर आ गया।
• जापान का निक्केई इंडेक्स 215 पॉइंट नीचे 29,553 पर कारोबार कर रहा है।